दिल्ली में कथित शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहा अरविंद केजरीवाल अब सीधे अपनी अदालत लगाएंगे. दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे चुके अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि वह 22 सितंबर को जंतर-मंतर पर ‘जनता की अदालत’ लगाएंगे. इससे एक दिन पहले 21 सितंबर को आप नेता आतिशी दिल्ली की सीएम पद की शपथ लेंगी. जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने सीएम की कुर्सी छोड़ दी थी.
सीएम पद छोड़ने के बाद केजरीवाल पहली बार जंतर मंतर से भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के ठीक अगले दिन केजरीवाल ये अभियान शुरू करेंगे. उनका यह कदम एक तरह से दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. अगले साल फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जंतर मंतर पर आप नेता के इस जनता अदालत में दिल्ली सरकार के सभी मंत्री, विधायक और नेता शामिल होंगे. यह चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने कथित शराब घोटाले में जमानत देने के साथ अरविंद केजरीवाल पर यह शर्त लगा दी थी कि वह सीएम दफ्तर नहीं जाएंगे और किसी फाइल पर साइन नहीं करेंगे. ऐसे मे केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इसके साथ ही घोषणा की कि जब तक जनता उन्हें चुनाव में दोबारा विजयी नहीं बन देती तब तक वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे.
अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे के साथ मिलकर 2012 में जंतर-मंतर से ही आंदोलन की शुरुआत की थी. इसी आंदोलन से उनकी पार्टी का जन्म हुआ. हालांकि उनके इस सफर में अन्ना हजारे का साथ छूट गया. आप अभी से दिल्ली चुनाव में कूद चाहती है. वह हरियाणा चुनाव में केजरीवाल के नेतृत्व में प्रचार अभियान चला रही है.
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FIRST PUBLISHED :
September 19, 2024, 23:54 IST