नई दिल्ली: वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख और विदेशी फंडों की निकासी के कारण शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट आई थी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,017.23 अंक या 1.24 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 81,183.93 अंक पर बंद हुआ था। यह दो सप्ताह का सबसे निचला बंद स्तर था। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 1,219.23 अंक फिसलकर 80,981.93 अंक पर आ गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 292.95 अंक यानी 1.17 फीसदी लुढ़ककर 24,852.15 अंक पर आ गया था। यह निफ्टी में गिरावट का लगातार तीसरा सत्र था।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में सर्वाधिक चार फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। इसके अलावा एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक और आईटीसी के शेयरों में भी नुकसान रहा था। दूसरी तरफ बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील और मारुति सुजुकी के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए थे।
इन शेयरों में दिख रही तेजी
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने Supreme Industries, Gland Pharma, PNC Infratech, 3M India और Godawari Power पर तेजी का रुख दिखाया है। एमएसीडी को ट्रेडेड सिक्योरिटीज या इंडेक्स में ट्रेंड रिवर्सल के संकेत के लिए जाना जाता है। जब एमएसीडी सिग्नल लाइन को पार करता है, तो यह एक तेजी का संकेत देता है। यह दर्शाता है कि शेयर की कीमत में ऊपर की ओर गति देखी जा सकती है। इसी तरह यह मंदी का भी संकेत देता है।
इन स्टॉक्स में मंदी के संकेत
एमएसीडी (MACD) ने RR Kabel, Tata Power, Crompton Greaves, Tech Mahindra और Allcargo Logistics के शेयर में मंदी का संकेत दिया है। इसका मतलब है कि अब इन शेयरों में गिरावट शुरू हो गई है।
इन शेयरों में दिख रही खरीदारी
जिन शेयरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है, उनमें Godfrey Philips, Glenmark Life, Suven Pharma, Piramal Pharma, PI Industries, UTI AMC और Jubilant Life शामिल हैं। इन शेयर ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है। यह इन शेयर में तेजी का संकेत देता है।
(डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें। क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)