नई दिल्ली2 घंटे पहले
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अब फोन पर अनजान नंबर से कॉल आने पर कॉलर का नाम भी दिखाई देगा। टेलिकॉम कंपनियों ने मुंबई और हरियाणा सर्किल में ट्रायल शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अन्य शहरों में भी ये सर्विस शुरू करने की योजना है।
इसका नाम कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) है। इससे स्पैम और फ्रॉड कॉल को रोकने में मदद मिल सकती है। हाल के दिनों में इस तरह के कॉल में बढ़ोतरी देखी गई है। सरकार और टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के दबाव के बाद कंपनियों ने यह टेस्टिंग शुरू की है।
CNP की टेस्टिंग कर रही टेलिकॉम कंपनियां
टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेलिकॉम कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि CNP कैसे काम कर रहा है, इसका रिजल्ट जानने के लिए हम सीमित संख्या में इसकी टेस्टिंग कर रहे हैं। इसमें आने वाली कॉल के दौरान नंबर के साथ कॉल करने वाले का नाम भी दिखाई देगा। हम टेस्टिंग के रिजल्ट को डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशन के साथ शेयर करेंगे, ताकि प्रस्तावित सर्विस के बारे में एक व्यावहारिक निर्णय लिया जा सके।
ट्रूकॉलर की तरह होगी यह सर्विस
ट्रूकॉलर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर ऋषित झुनझुनवाला ने मनीकंट्रोल से बात करते हुए कहा कि CNAP सर्विस कंपनी की मौजूदा कॉलर ID एप्लिकेशन की तरह ही होगी, लेकिन इससे उनके बिजनेस पर कोई भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
हाल ही में सरकार ने फेक इंटरनेशनल-कॉल्स को ब्लॉक करने के लिए कहा था
हाल ही में सरकार ने टेलिकॉम ऑपरेटर्स को उन सभी फेक इंटरनेशनल कॉल्स को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है, जो कॉल आने पर भारतीय नंबर दिखाई देते हैं। डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (DOT) को इससे जुड़ी शिकायतें मिल रही थीं। इन कॉल्स के जरिए लोगों के साथ साइबर क्राइम और फाइनेंशियल फ्रॉड किया जा रहा है।
यहां सवाल-जवाब में जानें स्पैम कॉल और मैसेज के बारे में…
सवाल- स्पैम कॉल या मैसेज क्या होते हैं?
जवाब- स्पैम कॉल या मैसेज किसी अनजान नंबर से लोगों को किए जाने वाले कॉल या मैसेज होते हैं। जिसमें लोगों को लोन लेने, क्रेडिट कार्ड लेने, लॉटरी लगने, किसी कंपनी की कोई सर्विस या सामान खरीदने का झांसा दिया जाता है। यह सभी कॉल या मैसेज आपकी अनुमति के बिना की जाती हैं।
सवाल- किन लोगों को स्पैम कॉल ज्यादा आ सकते हैं?
जवाब- आमतौर पर स्पैम कॉल उन लोगों को ज्यादा आते हैं, जो स्पैम कॉल उठाते हैं और उसका जवाब देते हैं। स्पैम कॉल का जवाब देने से आपका नंबर कंपनी के पास उन नंबरों की लिस्ट में जुड़ सकता है, जो उनका फोन आम तौर पर उठाते हैं और रिस्पॉन्स देते हैं, क्योंकि एडवर्टाइजमेंट कंपनियां या स्कैमर्स सोचते हैं कि इन लोगों को कभी-न-कभी निशाना बनाया जा सकता है। इसलिए आप जितना कम स्पैम के जाल में फंसेंगे, आपको उतनी ही कम स्पैम कॉल आएंगी।
सवाल- इन कंपनियों के पास आपका मोबाइल नंबर आता कहां से है?
जवाब- ज्यादातर लोगों के मन में यही सवाल उठता है कि मैंने इस कंपनी की कोई कोई सर्विस नहीं ली तो कंपनी के पास मेरा मोबाइल नंबर आखिर कहां से पहुंचा। दसअसल, यूजर ही अपने मोबाइल नंबर जाने-अनजाने में इन कंपनियों तक पहुंचाते हैं।
कुछ ऐसी कंपनियां हैं, जो थर्ड पार्टी को आपका मोबाइल नंबर या ईमेल ID, उम्र या आपके शौक जैसा आपका पर्सनल डेटा बेचती हैं। जब आप किसी सर्विस के लिए साइन अप करते हैं तो कुछ कंपनियां अपनी टर्म्स एंड कंडीशन में इस बात का जिक्र करती हैं कि वे आपके डेटा का इस्तेमाल एडवर्टाइजमेंट के लिए या थर्ड पार्टी के साथ शेयर करने के लिए कर सकती हैं, लेकिन हममें से कोई कभी वो टर्म्स एंड कंडीशन पढ़ने की जहमत नहीं उठाता है।
जैसे कि-
- जब भी हम कोई सोशल मीडिया अकाउंट बनाते हैं तो वहां अपना नंबर रजिस्टर करते हैं।
- जब हम प्ले स्टोर से कोई ऐप डाउनलोड करते हैं तो उसे अपने फोन नंबर समेत अपने पूरे फोन को एक्सेस करने की परमिशन देते हैं।
- किसी मॉल या शॉपिंग वेबसाइट से खरीदारी करते समय अपना मोबाइल नंबर दर्ज करते हैं।
- अपना फोन नंबर इंटरनेट पर किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, वेबसाइटों पर बिना जांचे-परखे डाल देते हैं।
यहीं से ये कंपनियां आपके नंबर को दूसरी कंपनियों को बेच देती हैं। जिसके बाद एडवर्टाइजमेंट कंपनियां आपको कॉल या मैसेज भेजने लगती हैं।
सवाल- स्पैम कॉल आने पर क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
जवाब- स्पैम कॉल को पहचानना आसान नहीं है क्योंकि ये नंबर सामान्य मोबाइल नंबर से मिलते-जुलते होते हैं। इसलिए अगर गलती से आपने स्पैम कॉल को उठा लिया है तो कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। जैसे कि-
- अगर आपके पास कोई ऐसा फोन आता है, जिसमें कॉल करने वाला खुद या AI रिकॉर्डिंग के जरिए कोई नंबर दबाने के लिए कहे तो तुरंत फोन काट दें, क्योंकि स्कैमर्स आपसे जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस ट्रिक का उपयोग करते हैं।
- फोन कॉल में पूछे जा रहे किसी भी सवाल का जवाब न दें। खासकर उन सवालों का, जिसका जवाब “हां” या “ना” में दिया जा सकता है।
- अगर किसी अनजान कॉल को लेकर आपको कोई संदेह हो तो कभी भी पर्सनल जानकारी जैसे खाता नंबर, हॉबी, उम्र या पहचान से जुड़ी कोई जानकारी न दें।
- आपके पास कोई ऐसी कॉल आती है, जिसमें कॉलर द्वारा बैंक या किसी सरकारी एजेंसी का अधिकारी होने का दावा करके आपसे पर्सनल डिटेल मांगी जा रही है तो तुरंत फोन काट दें।
- सत्यापन के लिए बैंक या सरकारी एजेंसी की वेबसाइट पर दिए गए फोन नंबर पर कॉल करें। किसी वैलिड सोर्स से फोन कॉल आने से पहले आम तौर पर ईमेल या मैसेज प्राप्त होता है।
- अगर फोन कॉल पर आपसे कोई पर्सनल जानकारी तुरंत देने के लिए दबाव डाला जा रहा है तो सावधानी बरतें।