पटना: बिहार की रीगा चीनी मिल, जो सालों से बंद पड़ी थी, इस सीजन में फिर से चालू हो जाएगी। गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णानंद पासवान ने बताया कि कुछ औपचारिकताएं पूरी होते ही मिल शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही, गन्ने का दाम भी बढ़ा दिया गया है, जिससे किसानों को फायदा होगा। सरकार चाहती है कि गन्ने की खेती पूरे बिहार में फैले। गुड़ बनाने के लिए भी सरकार प्रोत्साहन दे रही है और इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
रीगा चीनी मिल फिर से शुरू
रीगा चीनी मिल के फिर से खुलने से बिहार में चीनी उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। पिछले सीजन में बिहार की चीनी मिलों ने 6 लाख 87 हजार टन चीनी का उत्पादन किया था। इस बार रीगा मिल के चालू होने से उत्पादन और बढ़ेगा। मंत्री कृष्णानंद पासवान ने बताया कि मिल को चालू करने की सारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। बस कुछ औपचारिकताएं बाकी हैं, जिन्हें जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
गन्ने का भाव भी बढ़ाया गया
किसानों के लिए खुशखबरी यह है कि गन्ने का दाम बढ़ा दिया गया है। इस सीजन से उत्तम प्रभेद के गन्ने का दाम 365 रुपये प्रति क्विंटल, सामान्य प्रभेद का 345 रुपये और निम्न प्रभेद का 310 रुपये हो गया है। पहले के मुकाबले हर प्रभेद के गन्ने के दाम में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मंत्री पासवान का कहना है कि इससे किसानों को फायदा होगा और वे गन्ने की खेती के लिए और प्रोत्साहित होंगे।
पूरे में बिहार में गन्ने की खेती का लक्ष्य
सरकार का लक्ष्य है कि गन्ने की खेती सिर्फ चार-पांच जिलों तक सीमित न रहे, बल्कि पूरे बिहार में फैले। इसके लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। गुड़ उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ‘राज्य गुड़ प्रोत्साहन योजना’ चलाई जा रही है। इस योजना के तहत गुड़ बनाने की इकाइयां लगाने के लिए सरकार आर्थिक मदद देती है।
अभी तक आए 48 आवेदन
इच्छुक लोग इस योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अभी तक 48 आवेदन आ चुके हैं। ऑनलाइन आवेदन करने की आखिरी तारीख 30 नवंबर है। विभागीय पोर्टल पर जाकर आवेदन किया जा सकता है। इस योजना से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए विभाग से संपर्क किया जा सकता है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
रीगा चीनी मिल के खुलने से स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। यह मिल सालों से बंद पड़ी थी, जिससे आसपास के इलाकों में बेरोजगारी बढ़ गई थी। अब मिल के दोबारा चालू होने से लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और इलाके का विकास होगा। सरकार का मानना है कि यह कदम बिहार के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इससे किसानों की आय बढ़ेगी और राज्य में चीनी उत्पादन में आत्मनिर्भरता आएगी। इस खबर से बिहार के किसानों और स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है। वे सरकार के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं।