कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि पटवारी राजस्व विभाग की अत्यंत महत्वपूर्ण और मूल कड़ी होता है। सभी प्रकार के राजस्व प्रकरणों एवं कार्यों में पटवारी का प्रतिवेदन ही आधार होता है। सतना और मैहर जिले में नए पदस्थ 65 पटवारियों को कलेक्टर ने निष्ठा और ईमानदार
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कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सोमवार को आयोजित नवीन पटवारियों के परिचय कार्यक्रम में अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े, अधीक्षक भू-अभिलेख एमएल तिवारी, पटवारी बृजेश निगम ने कुशल कार्य प्रणाली के संबंध में महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की राजस्व विभाग के पटवारी और ग्रामीण विकास के पंचायत सचिव से बहुत अधिक अपेक्षाएं रहती है। पटवारी ट्रेनिंग के बाद जब ग्राउण्ड पर काम करते है तो राजस्व के काम को बहुत अच्छे से सीखते हैं। उन्होंने कहा कि नव पदस्थ पटवारी सीखने की प्रक्रिया से बचे नहीं, धैर्य और संयम रखे, जो सही और उचित हो वहीं करें। उन्होंने कहा कि कार्य में में किसी भी प्रकार की दुविधा होने पर सीनियर पटवारी या राजस्व कार्यों के जानकार किसी अधिकारी-कर्मचारी से सलाह लेने में कतई गुरेज नहीं करे।
राजस्व के पार्ट में ईमानदारी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। जो पटवारी ग्रामीण परिदृश्य के हैं वह जानते है कि गांव में पटवारी की सबसे ज्यादा इज्जत होती है। व्यक्ति को अपने जीवन में जनता की भलाई का अवसर सब को नहीं मिलते हैं। आप अपना काम निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे तो अच्छे कार्यों से लोगों की अनजाने में सच्ची सेवा कर सकते हैं। लोगों से जितना अधिक सम्पर्क बनाएंगे, छोटी-छोटी स्थानीय समस्याओं का उतना ही त्वरित निदान होगा। राज्य शासन ने हर कार्य को करने की समय सीमा तय कर रखी है। हमारी कोशिश हो कि राजस्व कार्य समय पर निराकृत हो। ग्रामीण क्षेत्र और हल्के में पहुंचने पर पटवारी को 15-20 सहयोगी शासकीय विभागों के कर्मचारी मिलेंगे। इनके बेहतर सामंजस्य और सहयोग से लोगों की स्थानीय समस्याओं का बेहतर निदान मिल सकेगा। पटवारी जितना अच्छा काम करेगा उतना ही लोगों से सम्मान भी प्राप्त कर सकेगा।
अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखडे ने कहा कि पटवारी अपने कार्य में जितना अधिक कुशल और दक्ष होंगे, राजस्व के कार्यां में उतनी ही सुगमता होती है। राजस्व विभाग के कई महत्वपूर्ण कार्यों में नई टेक्नोलॉजी शामिल की गई है। नवीन तकनीक का उपयोग कर अपने कार्यों को आसान बनाएं। आपकी डयूटी और कार्य प्रणाली से आपके हल्के की पहचान बनेगी। सीनियर पटवारी बृजेश निगम ने अपने अनुभव के आधार पर नए पदस्थ पटवारियों को टिप्स देकर उनकी शंकाओं का समाधान किया।