ओंकारेश्वर में शिवमहापुराण कथा के तीसरे दिन कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव की महिमा का वर्णन करते कहा कि ओंकारेश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग की स्थापना ऐसे ही नही हो गई, इसके लिए मान्धाता महाराज ने विंध्य पर्वत पर घोर तपस्या की थी। अर्जुन ने स्तुति की
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शिवजी को भोले शंभू भी कहा जाता है, शम्भू मतलब स्वयंभू ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है। जो स्वयं प्रकट हुए हैं। मिश्रा ने कहा- भगवान शिव पर अर्पित हो जाओ। जिस अवस्था में हो उस अवस्था में खुश रहना सीखो। यदि जिंदगी भर खुश रहना है तो जिस अवस्था में है, उस अवस्था को हमेशा प्रसन्नता के साथ जिओ। दुख सभी पर आता है, अमीर-गरीब या हमारे आराध्य भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण ने भी दुख के समय भगवान शिव की आराधना की। पूजा की ओर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया।
ओंकारेश्वर क्षेत्र में रहने वाले मनुष्य, पशु-पक्षी सभी धन्य है। मां नर्मदा में जो जलचर है वह भी धन्य है। जिन्होंने ओंकारेश्वर और नर्मदा में जन्म लेकर अपना जीवन व्यतीत किया है। यदि कोई निंदा करता है तो करने दो, सुन लो और अपना काम करते रहो। जैसे बचपन से रस्सी से बंधा हुआ हाथी कभी छूट नहीं सकता, दुनिया पर भरोसा टूट सकता है लेकिन भोले बाबा पर भरोसा करोगे तो कभी नही टूटेगा।
शिव की महिमा बताते हुए पंडित जी ने कहा कि भूखे को भोजन, प्यासे को पानी, जय बाबा बर्फानी… यही पुण्य कार्य है। यही शिव भक्त है, जिस विश्वास के साथ आप कथा श्रवण कर रहे हैं, विश्वास करना यह कथा आपकी कभी खाली नहीं जाएगी। आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होगी। कथा सुनकर पीड़ितों द्वारा जो शिव की पूजा भक्ति की गई उसके परिणाम स्वरूप बड़ी से बड़ी बीमारी अनहोनी और सफल न होने वाले कार्य भी शिव भक्तों के सफल हुए हैं। उन्होंने मंच पर आकर पंडित जी का आशीर्वाद एवं प्रसादी के रूप में बेलपत्र प्राप्त किया। तीसरे दिन करीब एक लाख भक्त उपस्थित थे।
पंडित प्रदीप मिश्रा कर रहे शिवमहापुराण कथा।
चेन स्नेचिंग मामले में संदेही दो महिलाओं को जेल भेजा
इधर, कथा के दौरान महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग की वारदातें हो रही हैं। इंदौर और महाराष्ट्र से आई शातिर महिलाओं के द्वारा भीड़ के दौरान वारदात की जाती हैं। जब कहीं भंडारे के लिए लाइन लगी हो या पानी के लिए। श्रद्वालु महिलाओं के बीच बदमाश महिलाएं शामिल होकर चेन स्नेचिंग कर रही हैं।
मांधाता पुलिस ने दो संदेही महिलाओं को हिरासत में लिया। हालांकि उनके कब्जे से कोई सामान बरामद नहीं हुआ। पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया हैं। इनमें इंदौर की रहने वाली लता पति किशन साकले व महाराष्ट्र के अहमदनगर निवासी शिल्पा पति राेहित सौदागर शामिल हैं। 3 दिन के भीतर करीब एक दर्जन वारदातें हुई हैं। पुलिस के मुताबिक, अधिकांश मंगलसूत्र या फिर मोती की माला पर हाथ साफ किए गए हैं।