भिंड के फूप में नल से आ रहा बदबूदार दूषित पानी पीने से हर दूसरे घर में कोई न कोई बीमार है। लोगों को उल्टी – दस्त हो रहे हैं। सोमवार रात तक मरीजों की संख्या 52 थी, मंगलवार रात तक 24 और नए मरीज सामने आ गए। वार्ड 5, 6 और 7 में 3 दिन में 2 बुजुर्गों और
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हालात इतने बदतर हैं कि मंगलवार की शाम 6.30 बजे से रात 8.30 बजे के बीच 2 घंटे में 9 एंबुलेंस बुलवाकर 9 मरीजों को ग्वालियर रेफर कराना पड़ा है। अब तक कुल 20 मरीजों को ग्वालियर रेफर करने की बात सामने आई है। मुरैना और ग्वालियर से 6 एंबुलेंस और बुलाकर भिंड जिला अस्पताल में खड़ा कराया गया है। 3 एंबुलेंस को फूप में भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
उधर, जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. अवधेश सोनी दूषित पानी पीने से मौत होने की बात को पूरी तरह नकार रहे हैं। वे दो बुजुर्गों की मौत का कारण उनकी पुरानी बीमारी को बता रहे हैं।
भिंड के फूप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीज। सभी को उल्टी दस्त की शिकायत है। कुछ मरीज भिंड जिला अस्पताल में भी एडमिट हैं। 20 ग्वालियर रेफर किए गए हैं।
वजह क्या…
बिजली के पोल लगाते समय टूटी पाइपलाइन, नाली का पानी आ रहा
फूप कस्बे में बिजली के पोल लगाए जा रहे हैं। इन पोल्स को नाली से सटाकर गाड़ा जा रहा है। इसके लिए मशीनरी इस्तेमाल हो रही है। लोगों का मानना है कि काम के दौरान पानी की पाइपलाइन टूट गई और नाली का पानी घरों में आ रहा है।
दूसरी बात यह भी निकलकर सामने आ रही है कि फूप कस्बे के सभी 15 वार्ड में नगर परिषद की 39 साल पुरानी जर्जर पाइपलाइन और दो साल पहले जलावर्धन योजना के तहत बिछाई गई पाइपलाइन से पानी सप्लाई किया जाता है, लेकिन बीते एक सप्ताह से भी ज्यादा दिन से कस्बे के वार्ड 5, 6 और 7 में पुरानी पाइपलाइन से पानी सप्लाई किया जा रहा था। इसी पानी को पीकर तीनों वार्ड में लोग बीमार होने लगे।
फूप के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस स्टाफ को अलर्ट रहने को कहा गया है। भिंड जिला अस्पताल में भी मुरैना – ग्वालियर से एंबुलेंस बुलाई गई हैं।
इनकी मौत…
- वार्ड 6 निवासी बैजनाथ चौधरी (80) की मौत मंगलवार को हुई। मंगलवार को उनकी तबीयत खराब होने पर परिजन कस्बे के शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन परिवार के लोग सीधे ग्वालियर लेकर जाने लगे। रास्ते में उनकी मौत हो गई।
- वार्ड 7 में मुस्कान (17) की मौत रविवार को हुई। वह नानी शकीला के पास रहती थी। शकीला ने बताया कि रविवार को उसे उल्टियां होने लगीं। जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने दम तोड़ दिया। इन्हीं के परिवार का एक बच्चा अजान (6) पुत्र इसराइल खान भी जिला अस्पताल में भर्ती है।
- वार्ड 6 के आशाराम श्रीवास (75) की मौत 9 जून को हुई थी। उनके बेटे राजबहादुर श्रीवास बताते हैं कि 8 जून की रात 8 बजे पिता ने पानी पीया, कुछ देर बाद उन्हें उल्टी-दस्त होने लगे। अगले दिन सुबह जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो दोपहर को उनकी मौत हो गई। घर में तीन लोग बीमार हैं।
लोगों का कहना…
पानी साफ, मगर बदबू आ रही है
फूप के वार्ड 6 निवासी उदयवीर श्रीवास, वार्ड 5 निवासी अशोक कंकोरिया और वार्ड 6 निवासी गिरजाशंकर जोशी बताते हैं कि पुरानी पाइपलाइन से पानी आ रहा है, जो देखने में एकदम साफ है, लेकिन उसको पीते समय बदबू आती है। तीनों वार्ड के हर दूसरे घर में एक बीमार है। दूषित पानी को लेकर वार्ड के लोगों में ऐसा डर बैठ चुका है कि वे नल के पानी को उबाले बिना नहीं पी रहे हैं। कुछ लोग तो हैंडपंप तक के पानी को उबालकर पी रहे हैं।
नाले किनारे है पाइपलाइन का वॉल्व
वार्ड 5, 6 और 7 में पानी की सप्लाई चालू करने और बंद करने के लिए पाइपलाइन का वॉल्व नगर परिषद कार्यालय के सामने ठीक नाले के पास मौजूद है। इसमें हर समय नाले का गंदा पानी भरा रहता है। लोगों का कहना है कि इसी नाले का पानी पाइप लाइन से हमारे घरों में पहुंच रहा है। शासकीय विद्यालय के ठीक बाहर नाले पास पुरानी पाइपलाइन जर्जर है, जिसमें नाले का पानी जाता है।
मंगलवार रात बैजनाथ चौधरी का निधन हो गया। उनके घर के बाहर बैठी महिलाएं।
जिम्मेदारों की सफाई…
जांच रिपोर्ट का इंतजार है
फूप नगर परिषद की अध्यक्ष नफीसा मुस्तकीन चौधरी का कहना है कि तीनों वार्ड से पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, अब जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वैसे तीनों वार्ड में दूषित पानी की सप्लाई को लेकर सोमवार शाम को सभी वार्ड पार्षद, डॉक्टर साथ बैठक ली थी।
कलेक्टर बोले- हालात काबू में हैं
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि फूप में हालात पर काबू पा लिया गया है। एक मरीज की मौत हुई है, जो दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। फूप बीएमओ सिद्धार्थ चौहान का कहना है कि दूषित पानी के कारण यह समस्या बनी है।
पुरानी बीमारी से पीड़ित थे बुजुर्ग
जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. अवधेश सोनी का कहना है कि मृतक आशाराम श्रीवास को लंबे समय से अस्थमा की शिकायत थी। वहीं, मृतक बैजनाथ चौधरी ट्यूबरक्लोसिस और किडनी समस्या से पीड़ित थे। दोनों की पुरानी बीमारी के चलते मौत हुई है। दूषित पानी पीने से उनकी मौत नहीं हुई है।