बैतूल जिले में अनियमित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना शुरू कर दिया है। मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के बैनर तले हो रहे इस प्रदर्शन में कर्मचारियों ने सात प्रमुख मांगों का ज्ञापन सौंपा।
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जिला अध्यक्ष प्रमोद बर्डे ने बताया कि ज्ञापन में जनजातीय कार्य विभाग के स्कूल छात्रावास में कार्यरत अंशकालीन कर्मचारियों को दैनिक वेतनभोगी का दर्जा देने से लेकर, 2007 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को स्थायी करने तक की मांगें शामिल हैं।
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वहीं आयुष विभाग के कर्मचारियों के लिए कलेक्टर दर लागू करने और शाहपुर के एकलव्य आवासीय छात्रावास के रसोइयों को नियुक्ति आदेश देने की भी मांग की गई है। कर्मचारियों ने वेतन भुगतान को एक ही हैंड से करने, नगर पालिका और नगर परिषद के कर्मचारियों को स्थायी करने और सफाई कर्मियों को न्यूनतम वेतन देने की मांग भी रखी।
साथ ही, अनियमित कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह अवकाश सुविधा और सेवानिवृत्ति पर 10 लाख रुपए की ग्रेच्युटी तथा मृत्यु पर 10 लाख रुपए की सरकारी सहायता देने की मांग भी प्रमुख है।
कर्मचारी मंच के सदस्यों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से लगातार ज्ञापन देने के बावजूद प्रशासन द्वारा उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। इसलिए, उन्हें यह विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है।