लखनऊ की जानकीपुरम पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया। आरोपी रिश्ते में पिता-पुत्र हैं। दोनों बुजुर्ग व्यक्ति को टारगेट करके उनके जेवर गायब कर देते थे। पुलिस को कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जानकारी के मुत
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पूछताछ में आरोपी की पहचान बछरावां रायबरेली के रहने वाले मोहम्मद कैश पुत्र मखदूम अली और मखदूम अली पुत्र स्वर्गीय कल्लन के रूप में हुई। आरोपी लखनऊ में इज्जत नगर दुबग्गा इलाके में किराए के मकान पर रहते थे। यहीं रहकर अलग-अलग इलाकों में टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देते थे। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया। उनके पास से टप्पेबाजी के 33500 रुपए और घटना में इस्तेमाल दो मोटरसाइकिल बरामद हुई।
वारदात का तरीका
पूछताछ में आरोपियों ने बताया उनका एक गैंग है जिसमें चार-पांच लोग हैं यह सभी आपस में रिश्तेदार हैं। शहर के अलग-अलग इलाकों में टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देते हैं। इन लोगों के पास तीन मोटरसाइकिल है। जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर और नंबर प्लेट बदलकर फर्जी इस्तेमाल करते हैं। तीनों गाड़ियों से शहर के अलग-अलग इलाकों में घूमते हैं। एकांत में बुजुर्ग महिला-पुरुष को देखकर उनसे बातचीत करते हैं। उन्हें विश्वास में लेकर घुटने का दर्द कमर दर्द व अन्य उपचार बताते हैं। जब वह भरोसे में आते हैं तब उनके द्वारा पहने गहने में दवा लगाने की बात कहते हैं। जिसे ले जाकर अपने घर में धोकर उसके पानी से जिस जगह पर दर्द है। वहां लगाने के लिए बोलते हैं। मालिश करने से ठीक हो जाएगा। जब महिला- पुरुष इनको अपना पहना उतार कर देते हैं। उसे कागज में लपेट देते हैं। पलक झपकते ही उसका गहना बदल देते हैं। मौके से फरार हो जाते हैं।
फर्जी आधार कार्ड पर लेते हैं किराए का मकान
पुलिस को आरोपियों के पास से 27 आधार कार्ड, 12 निर्वाचन कार्ड, तीन ड्राइविंग लाइसेंस एक पैन कार्ड, एक मोटरसाइकिल मिली है। 27 आधार कार्ड के बारे में पूछने पर पता चला कि आरोपी एक आधार कार्ड बनवाकर उसमें फोटो वही लगे रहने देते हैं। उसका नंबर बदल देते हैं। इसके माध्यम से शहर में किराए से मकान लेते हैं। जिसकी वजह से पकड़े नहीं जाते हैं। इसमें अलावा आधार कार्ड से सिम भी निकलवाते हैं।