देवरिया के खामपार कस्बा के दक्षिण टोला में पांच दिन पहले थाना गेट के पास मारपीट में घायल अधेड़ की बृहस्पतिवार की शाम को मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। शव घर पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने के पास शव रखकर भाटपाररानी-भिंगारी मु
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आइए बताते हैं क्या है पूरा मामला
जिले के खामपार कस्बा के दक्षिण टोला निवासी आस्था नंद (50 वर्ष) पुत्र चंदीप खटिक फल बेचकर परिवार का गुजर बसर करते थे। 21 जुलाई की शाम वह आम बेचकर कर बाजार से घर लौट रहे थे। थाना गेट से आगे काली माता के मंदिर मोड़ पर आस्थानंद को गांव के ही कुछ बांसफोड़ मारपीट कर घायल कर दिए। परिजन इलाज के लिए पीएचसी भाटपाररानी ले गए।
जहां से डॉक्टरों ने देवरहा बाबा स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज देवरिया भेज दिया। हालत गंभीर देखकर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया। जहां से इलाज के दौरान 5 वें दिन मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर बच्चों सहित पत्नी तेतरी देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
ग्रामीण शव रखकर कर रहे धरना प्रदर्शन
वहीं गांव के लोग आक्रोशित हो गए।बृहस्पतिवार की देर शाम शव लेकर जब एंबुलेंस थाने गेट पर पहुंचा,तो वहां पहले से मौजूद ग्रामीण शव रखकर धरना प्रदर्शन करने लगे। जिससे भाटपाररानी-भिंगारी मुख्य मार्ग पर जाम हो गया। ग्रामीण हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और मृतक के परिजनों को सरकार से सहायता देने की मांग करने लगे।
मौके पर तहसीलदार मिश्रीलाल, सीओ शिव प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर भाटपार रानी सहित खामपार पुलिस पहुंच गई। ग्रामीण मौके पर डीएम और एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे। मृतक की सात संतानों में पांच बेटियां और दो बेटे हैं। तीन बेटियों की शादी हो गई है, जबकि दो पुत्र नितेश और विवेक बाहर रहकर काम करते हैं।
क्या बताया थानाध्यक्ष ने
थानाध्यक्ष खामपार महेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि मारपीट के दौरान हुई घटना में गंभीर चोट लगने के कारण मौत हुई है।एक पक्ष के चार लोगों जयप्रकाश, कन्हैया, गोपाल, किशा के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर कन्हैया को जेल भेजा जा चुका है। मौत होने पर उसे हत्या के मुकदमे में तरमीम किया जा रहा है।शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।