‘पूरी धरती हिल रही, बचने का रास्ता नहीं…’ आपका भी सीना चीर देगी वायनाड के लोगों की यह चीख-पुकार
वायनाड. केरल के पहाड़ी जिले वायनाड में मंगलवार तड़के कई जगहों पर हुए भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है. भारी बारिश के बीच हुए इस भूस्खलन में कई मकान और गाड़ियां सब बह गईं. इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 तक पहुंच गई है. वहीं 100 के करीब अब भी लापता बताए जा रहे हैं. यहां पहाड़ी पर बनी बस्तियों में तबाह हुए मकानों और मलबे के ढेर के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है, जिन्हें बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगातार जुटी हुई है.
इस बीच वहां फंसे कई लोग टीवी चैनलों को फोन करके मदद की गुहार लगा रहे. स्थानीय समाचार चैनलों पर इन लोगों की बातचीत लगातार ही दिखाई जा रही है, जिसमें ये लोग रोते हुए उन्हें बचाने का अनुरोध कर रहे है. उन्होंने बताया कि यहां पुलों के बह जाने और सड़कों के डूब जाने के कारण उनके पास वहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है.
घर के मलबे में फंस गया शख्स
ऐसी ही एक बातचीत में चूरलमाला शहर की रहने वाली एक महिला को जोर-जोर से रोते हुए यह कहते सुना गया कि उसके घर में कोई शख्स मलबे में फंस गया है और उसे बाहर नहीं निकाला जा सका. महिला को यह कहते हुए सुना गया, ‘प्लीज़ कोई आए और हमारी मदद करे. हमने अपना घर खो दिया है. हमें नहीं पता कि नौशीन (स्पष्ट रूप से परिवार का कोई सदस्य) जिंदा है या नहीं. वह दलदल में फंस गई है. हमारा घर शहर में ही है…’
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चूरलमाला में ही रहने वाले एक और शख्स ने फोन पर बातचीत में कहा कि उनका मकान अब भी हिल रहा है और उन्हें नहीं पता कि क्या किया जाए. उसने कहा, ‘धरती हिल रही है. इस जगह बड़ा शोर है. हमारे पास चूरलमाला से बाहर आने का कोई रास्ता नहीं बचा है.’
मुंडक्कई में सैकड़ों लोग फंसे
एक दूसरे शख्स ने फोन पर खबर दी कि मुंडक्कई में बड़ी संख्या में लोग मलबे में फंसे हैं और जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उसने कहा, ‘अगर कोई मेप्पदी इलाके से वाहन से यहां आ सकता है तो हम सैकड़ों लोगों की जान बचा सकते हैं.’
एक घायल बुजुर्ग ने एक टेलीविजन चैनल को बताया कि उनकी पत्नी लापता हैं और उन्हें नहीं मालूम कि वह कहां हैं. उन्होंने बताया, ‘हम घर में सो रहे थे। अचानक एक तेज आवाज सुनाई दी और हमने बड़े-बड़े पत्थर तथा पेड़ों को हमारे मकान की छत पर गिरते हुए देखा. घर में बाढ़ का पानी घुस गया जिससे घर का दरवाजा टूट गया.’ उन्होंने यह भी बताया कि किसी ने उन्हें बचाया और अस्पताल पहुंचाया लेकिन उनकी पत्नी का कुछ अता-पता नहीं है. (भाषा इनपुट के साथ)
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FIRST PUBLISHED :
July 30, 2024, 13:45 IST