धार-महू संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी सावित्री ठाकुर ने जीत हासिल कर ली है। ठाकुर को 2 लाख 18 हजार वोट मिले हैं। क्षेत्र की जनता ने दूसरी बार सावित्री ठाकुर को मौका दिया है। इसके पहले वर्ष 2014-19 तक पांच साल सांसद रह चुकी है। मंगलवार की सुबह शहर के
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इसके बाद स्टॉन्ग रुम से ईव्हीएम मशीनों को निकालने का सिलसिला शुरू किया गया,सुबह से लेकर शाम तक आठ विधानसभा में डाले गए वोटों की गिनती हुई। जिसके बाद अंत में भाजपा को विजयी घोषित किया गया।
विधानसभा चुनाव में 8 सीटों पर 5 कांग्रेस ने जीती थी
धार विधानसभा
यहां से भाजपा विधायक नीना वर्मा विधानसभा चुनाव 9 हजार 697 वोटों से चुनाव जीती है। लोकसभा चुनाव में विधायक की विधानसभा से भाजपा को 1 लाख 31 हजार 482 वोट व कांग्रेस को 52 हजार 289 वोट मिले, इस तरह से भाजपा को 79 हजार वोट अधिक मिले। विधायक नीना वर्मा ने लोकसभा में अधिक मेहनत कर भाजपा को बडी लीड दिलवाई।
बदनावर विधानसभा
यहां से कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने विधानसभा चुनाव 2976 वोट से जीता है। तब प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राजर्वधनसिंह दत्तीगांव को चुनाव हराया था, शेखावत पूर्व में भाजपा से ही विधायक रह चुके हैं, किंतु टिकट नहीं मिलने के कारण कांग्रेस में चले गए थे। भाजपा को यहां से 1 लाख 3 हजार वोट व कांग्रेस को 61 हजार 477 वोट मिले। 41 हजार वोट कांग्रेस से भाजपा को अधिक मिले। पूर्व मंत्री दत्तीगांव चुनाव जरुर हारे, किंतु लोकसभा में पार्टी के लिए मेहनत की व बडे अंतर से जीत दिलवाई। भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज सोमानी का गृह क्षेत्र भी है।
महू विधानसभा
यहां से भाजपा विधायक उषा ठाकुर ने विधानसभा चुनाव 34 हजार वोटों से जीता है। तब चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे थे। लोकसभा चुनाव में इस विधानसभा से भाजपा को 1 लाख 35 हजार व कांग्रेस को 55 हजार 590 वोट मिले, इस तरह से भाजपा 79 हजार वोट कांग्रेस से अधिक लेकर आई। मंत्री पद जाने के बावजूद उषा ठाकुर ने भाजपा को बडी लीड दिलवाई है।
धरमपुरी विधानसभा
यहां से विधानसभा चुनाव में भाजपा के कालुसिंह ठाकुर महज 356 वोटों से चुनाव जीते थे, जिले की सबसे छोटी ठाकुर के नाम पर ही दर्ज है। लोकसभा चुनाव में इस विधानसभा से भाजपा को 94 हजार 852 वोट व कांग्रेस को 52 हजार 289 वोट मिले, करीब 27 हजार वोट भाजपा को अधिक मिले।
सरदारपुर विधानसभा
यहां से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रताप ग्रेवाल ने चुनाव 4128 वोटों से जीता है। कांग्रेस के मौजूदा विधायक के क्षेत्र से ही भाजपा ने लीड ली हैं, इस विधानसभा से भाजपा को 90 हजार व कांग्रेस को 74 हजार वोट मिले। करीब 16 हजार वोटों भाजपा को अधिक मिले, कांग्रेस का विधायक होने के कारण पार्टी को अपेक्षा थी कि प्रत्याशी को बढ़त मिलेगी, किंतु ऐसा नहीं हुआ।
गंधवानी विधानसभा
यहां से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उमंग सिंघार को 22 हजार वोटों से जीत मिली थी। सिंघार वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष भी हैं, सिंघार के समर्थक मुवेल को ही पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था। लोकसभा के प्रभारी भी सिंघार थे, किंतु अपने ही गृह जिले में कांग्रेस को जीत नहीं दिला पाए। गंधवानी विधानसभा से कांग्रेस को 84 हजार 739 व भाजपा को 79 हजार 446 वोट मिले, सिंघार स्वयं 22 हजार से जीते थे, किंतु लोकसभा में प्रत्याशी को मात्र पांच हजार वोटों की बढत ही दिला पाए।
कुक्षी विधानसभा
यहां से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह बघेल 49 हजार 888 वोटों से जीते है। जिले की सबसे बड़ी जीत कांग्रेस विधायक बघेल के नाम पर दर्ज हैं, चुनाव में उम्मीदवारी के समय बघेल भी दावेदारों में शामिल थे। किंतु पार्टी ने मुवेल को टिकट दिया, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को विधानसभा से 87 हजार वोट व भाजपा को 74 हजार 608 वोट मिले। कांग्रेस को उम्मीद थी कि 50 हजार वोटों की बढ़त बनी रहेगी, किंतु 12 हजार वोट ही भाजपा की अपेक्षा अधिक मिले।
मनावर विधानसभा
यहां से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के डॉ हीरालाल अलावा महज 708 वोटों से जीती थी। कांग्रेस प्रत्याशी मुवेल का गृह क्षेत्र भी मनावर हैं, यहां पर कांग्रेस को बडी लीड मिलने की उम्मीद थी। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 91 हजार व भाजपा को 83 हजार वोट मिले, इस तरह से कांग्रेस को 8 हजार वोट अधिक मिले।
2 लाख 18 हजार के बड़े वोट बैंक से जीती भाजपा
संसदीय सीट की सामान्य विधानसभा से भाजपा को हमेशा लीड मिलती आई हैं, इस लोकसभा चुनाव में भी यही हुआ। धार व बदनावर से 79-79 हजार वोट व बदनावर से 41 हजार वोट मिलाकर दो लाख की बडी लीड भाजपा को मिली। इसके साथ ही सरदारपुर व धरमपुरी जैसी कांग्रेस की सीटों पर भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन कर 43 हजार वोट और मिल गए, जिससे भाजपा की बडी जीत आसान हो गई। कांग्रेस को गंधवानी, मनावर व कुक्षी विधानसभा से भाजपा की अपेक्षा मात्र 26 हजार वोट ही अधिक मिले, इसी कारण भाजपा दो लाख 18 हजार के बडे वोट बैंक से जीती है।
नेता प्रतिपक्ष के गढ़ हार गयी कांग्रेस
संसदीय सीट से कांग्रेस ने पुराने चेहरों को दरकिनार करते हुए नए युवा चेहरे राधेश्याम मुवेल को टिकट दिया था, धार जिला नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का गृह जिला है। सिंघार गंधवानी से विधायक भी हैं, मुवेल को नेता प्रतिपक्ष का ही समर्थक माना जाता है। ऐसे में समर्थक के लिए सिंघार ने प्रयास भी किया, किंतु जीत की सफलता नहीं मिली। यहां से लोकसभा का चुनाव दो मर्तबा सिंघार भी लड़े थे, किंतु उन्हें भी पराजय का सामना करना पडा। हालांकि कुछ माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिले में बेहतर प्रदर्शन किया था, जिले की सात में से पांच सीटों पर कांग्रेस के विधायक है। इसके बावजूद लोकसभा में बडी जीत भाजपा ने दर्ज की व सिंघार के गढ़ में कांग्रेस हार गई