Friday, February 28, 2025
Friday, February 28, 2025
Home तुहिन कांत पांडे कौन हैं जो बने नए सेबी चीफ? माधबी पुरी बुच की लेंगे जगह

तुहिन कांत पांडे कौन हैं जो बने नए सेबी चीफ? माधबी पुरी बुच की लेंगे जगह

by
0 comment

नई दिल्ली: वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे अगले सेबी प्रमुख होंगे। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने गुरुवार को इस फैसले पर मुहर लगा दी। पांडे तीन साल के लिए यह पदभार संभालेंगे। वह मौजूदा प्रमुख माधबी पुरी बुच की जगह लेंगे। बुच का कार्यकाल 28 फरवरी मार्च को खत्म हो रहा है। पांडे को वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में व्यापक अनुभव है। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब बाजार में कई बदलाव और चुनौतियां हैं।

कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने इस बारे में एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया, ‘कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने तुहिन कांत पांडे, आईएएस (ओआर:1987), वित्त सचिव और राजस्व विभाग के सचिव को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है, जो पदभार ग्रहण करने की तारीख से तीन साल की अवधि या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के लिए होगा।’ यह नियुक्ति एक पारदर्शी प्रक्रिया के बाद हुई। जनवरी में सरकार ने इस पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख 17 फरवरी, 2025 थी। वित्त मंत्रालय ने अखबारों में विज्ञापन भी दिए थे। इन विज्ञापनों में योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे गए थे।

Appointment

क‍ितनी म‍िलेगी सैलरी?

सेबी प्रमुख का पद बेहद महत्वपूर्ण है। कारण यह है कि वह शेयर बाजार की देखरेख करते हैं। निवेशकों के हितों की रक्षा करना भी उनकी जिम्मेदारी होती है। सेबी प्रमुख को भारत सरकार के सचिव के बराबर वेतन मिलता है। यह वेतन मकान और कार के बिना 5,62,500 रुपये प्रति माह है। पांडे को वित्तीय मामलों में गहरी समझ है। उनका लंबा प्रशासनिक अनुभव भी है। ऐसे में उनकी नियुक्ति से बाजार को स्थिरता मिलने की उम्मीद है।

कौन हैं तुहिन कांत पांडे?

तुहिन कांत पांडे मोदी सरकार में कई अहम पदों पर रहे हैं। पहले DIPAM (निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग) के सचिव रहे। अली रजा रिजवी के रिटायरमेंट के बाद उन्हें DPE (लोक उद्यम विभाग) का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया। इसके बाद, उन्हें वित्त मंत्रालय (MOF) में वित्त सचिव नियुक्त किया गया। विवेक जोशी के अपने गृह राज्य जाने के बाद पांडे को DoPT (कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग) का सचिव भी बनाया गया। इतनी सारी जिम्मेदारियों के कारण वह मोदी सरकार के सबसे व्यस्त सचिवों में से एक रहे हैं।

ओडिशा से है पांडे

ओडिशा से ताल्लुक रखने वाले पांडे DIPAM के सचिव के रूप में लंबे समय तक कार्यरत रहे। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में इस विभाग को विनिवेश विभाग के नाम से जाना जाता था। एयर इंडिया, नीलांचल इस्पात के निजीकरण और LIC के IPO में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। 2021 में उन्होंने कुछ समय के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय में सचिव के रूप में भी काम किया। इस दौरान उन्होंने एयर इंडिया को टाटा समूह को बेचने में अहम भूमिका निभाई। यह एयरलाइन काफी समय से घाटे में चल रही थी।

बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से एमबीए

पांडे ने पंजाब यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र और अंग्रेजी में मास्टर डिग्री हासिल की है। उन्होंने बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया है। SEBI के अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति से बाजार में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उनके अनुभव और विशेषज्ञता से SEBI को फायदा होगा। उनकी चुनौतियों में बाजार की स्थिरता बनाए रखना, निवेशकों का विश्वास बढ़ाना और नियमों का पालन सुनिश्चित करना शामिल होगा।

28 फरवरी को खत्‍म होगा बुच का कार्यकाल

माधबी पुरी बुच का कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त हो रहा है। उन्होंने 2 मार्च, 2022 को पदभार संभाला था। वह सेबी की पहली महिला प्रमुख थीं। उन्होंने अजय त्यागी की जगह ली थी। त्यागी का कार्यकाल दो साल के विस्तार के बाद समाप्त हुआ था। त्यागी ने भी वित्त मंत्रालय में कई अहम पदों पर काम किया था। बुच निजी क्षेत्र से सेबी प्रमुख बनने वाली पहली व्यक्ति थीं। उन्होंने अपना करियर 1989 में आईसीआईसीआई बैंक से शुरू किया था। 1993 से 1995 तक उन्होंने इंग्लैंड के वेस्ट चेशायर कॉलेज में पढ़ाया। बुच ने 12 साल तक कई कंपनियों में काम किया। उन्होंने बिक्री, मार्केटिंग और उत्पाद विकास जैसे कई क्षेत्रों में काम किया। उन्होंने संचालन का भी नेतृत्व किया। 2006 में वह आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में शामिल हुईं। फरवरी 2009 से मई 2011 तक वह वहां की सीईओ रहीं। उनके नेतृत्व में सेबी ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। बाजार में पारदर्शिता और निवेशकों का विश्वास बढ़ाने के लिए उन्होंने कई पहल की।

अमित शुक्‍ला

लेखक के बारे में

अमित शुक्‍ला

पत्रकारिता और जनसंचार में पीएचडी की। टाइम्‍स इंटरनेट में रहते हुए नवभारतटाइम्‍स डॉट कॉम से पहले इकनॉमिकटाइम्‍स डॉट कॉम में सेवाएं दीं। पत्रकारिता में 15 साल से ज्‍यादा का अनुभव। फिलहाल नवभारत टाइम्स डॉट कॉम में असिस्‍टेंट न्‍यूज एडिटर के रूप में कार्यरत। टीवी टुडे नेटवर्क, दैनिक जागरण, डीएलए जैसे मीडिया संस्‍थानों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी काम किया। इनमें शिमला यूनिवर्सिटी- एजीयू, टेक वन स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (नोएडा) शामिल हैं। लिंग्विस्‍ट के तौर पर भी पहचान बनाई। मार्वल कॉमिक्स ग्रुप, सौम्या ट्रांसलेटर्स, ब्रह्मम नेट सॉल्यूशन, सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी और लिंगुअल कंसल्टेंसी सर्विसेज समेत कई अन्य भाषा समाधान प्रदान करने वाले संगठनों के साथ फ्रीलांस काम किया। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। देश-विदेश के साथ बिजनस खबरों में खास दिलचस्‍पी।… और पढ़ें

Leave a Comment

About Us

Welcome to janashakti.news/hi, your trusted source for breaking news, insightful analysis, and captivating stories from around the globe. Whether you’re seeking updates on politics, technology, sports, entertainment, or beyond, we deliver timely and reliable coverage to keep you informed and engaged.

@2024 – All Right Reserved – janashakti.news/hi

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.