छात्रा के परिवार ने प्रेमी संदीप जाधव पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया हैं।
27 मई को खंडवा में सुक्ताडेम स्थित बाघमाला गांव में दसवीं की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। छात्रा ने सुसाइड नोट व एक नोटबुक में दो पेज की आपबीती लिखी थी। उसने बताया कि कुछ लोगों ने बेवजह उसके कैरेक्टर पर सवाल किए। उसे बदनाम किया और घर वालों को
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मृतिका के बड़े भाई ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर बहन के प्रेमी और उसके परिवार के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की है। भाई का कहना है कि, गांव के संदीप जाधव ने बहन की सहेलियों को लालच दिया। उनके जरिये बहन को परेशान किया। प्रेम संबंध बनाए और शारीरिक शोषण किया। पिछले महीने उसने परेशानी के बारे में मुझे बताया। मैंने उस लड़के के पिता गजराजसिंह से बात की। उन्होंने कहा कि हमारे बेटे की शादी तुम्हारी बहन से करवा देंगे। 16 अप्रैल के दिन कोर्ट में स्टाम्प पर लिखा-पढ़ी भी की। तय हुआ कि अभी बहन की उम्र 16 साल है, बालिग होते ही संदीप के साथ विवाह होगा।
इसी बीच गजराजसिंह ने संदीप को काम करने के लिए हैदराबाद पहुंचा दिया। वो वहां पर तालाबों में पिचिंग का काम करने लगा। जिस दिन मेरी बहन ने सुसाइड किया, उस दिन फोन पर उसकी संदीप से बात हुई थी। यहां तक कि 10 मिनट पहले ही संदीप से बात हुई और बहन से फांसी लगा ली। उसके सुसाइड नोट से लेकर तमाम दस्तावेज मैंने पुलिस को दिए। घटना को 15 दिन हाे चुके है, इस बीच बोरगांव चौकी पर करीब 8 बार गया हूं। लेकिन पुलिस ने अभी तक उन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
न्याय ऐसा मिले कि आगे किसी के साथ अन्याय ना हो
छात्रा के भाई ने कहा कि मेरी बहन पढ़ाई में होनहार थी। उसने अभी दसवीं पास की थी। ग्यारहवीं में एडमिशन लेने वाली थी। उसने सुसाइड नोट के अलावा नोटबुक में दो पेज का दास्तां लिखी है। इनमें लिखा है कि उसकी सहेलियों का कैरेक्टर ठीक नहीं था। वो उनसे अलग रहती थी, अपने काम से काम और पढ़ाई करती थी। इसके बाद उन सहेलियों ने मेरा नाम लेकर संदीप से रूपए ऐंठे। मुझे गांव में बदनाम कर दिया कि मेरा संदीप से अफेयर है। यहां तक कह दिया कि मैं प्रेग्नेंट हो गई थी, अबॉर्शन करवा लिया। इधर, छात्रा के भाई का कहना है कि बहन को न्याय मिलना चाहिए। न्याय ऐसा हो कि कभी किसी बहन-बेटी के साथ इस तरह का अन्याय ना हो।
पहले पढ़िए, छात्रा ने सुसाइड नोट में क्या लिखा…
Sorry मम्मी, Sorry भाई… मेरी वजह से आपको भी लोग उल्टा-सीधा बोल रहे हैं। मैं नहीं चाहती कि आपको कोई कुछ बोले। मुझे पता है कि अपन गलत नहीं है। फिर भी मुझे कोई कुछ भी बोल दे पर मैं आपके और भाई के बारे में कुछ नहीं सुन सकती। मुझे मरने के सिवाय कोई रास्ता नहीं दिख रहा हैं। लेकिन मैं नहीं जीना चाहती। मैंने जीने की आस कब से छोड़ दी थी। पर आप लोगों के लिए जी रही थी। अब ओर नहीं जी सकती, मुझे माफ कर दो। मैं कुछ नहीं कर सकती। आप लोगों के लिए मैं कमजोर हो चुकी हूं। मुझे नहीं जीना है बस आप लोग अपना ख्याल रखना। मैं रहू या ना रहूं।
I am Sorry (जैसा कि मृतिका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा)
टीआई बोले- कोई निर्दोष ना फंसे इसलिए जांच कर रहे
थाना पंधाना टीआई विकास खिंची का कहना है कि इस मामले में जांच कर रहे है। मृतिका का सुसाइड नोट बरामद हुआ है लेकिन उस नोट में किसी व्यक्ति विशेष के नाम का जिक्र नहीं है। परिवार वालों के बयान हुए है, उन्होंने उसके प्रेमी और परिवार वालों पर आरोप लगाए है। हम चाह रहे है कि पुलिस जांच अच्छे हो। जो वाकई में दोषी हो वही आरोपी बनाया जाए। कोई निर्दोष ना फंस जाए। बाेरगांव चौकी प्रभारी रामप्रकाश यादव एक-दो दिन में रिपोर्ट दे देंगे।