गाजियाबाद के जैपुरिया स्कूल में PGDM बैच के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम प्रारंभ करते अतिथि।
जैपुरिया स्कूल ऑफ बिजनेस गाजियाबाद ने आज ‘प्रारंभ’ नामक समारोह के साथ 2024-26 के PGDM बैच के लिए 12 दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम की घोषणा की। कॉलेज का कहना है कि ये कार्यक्रम प्रबंधन छात्रों के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है।
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उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीथाराम मौजूद रहे। ओरिएंटेशन कार्यक्रम में बैच 2024-26 के लगभग 240 छात्रों ने भाग लिया। जेएसबी के महानिदेशक डॉ राजीव आर ठाकुर ने नए बैच के छात्रों का स्वागत किया और उन्हें आश्वासन दिया कि संस्थान उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के लिए सीखने के अवसर और वातावरण प्रदान करेगा।
‘सीखने की अवस्था में आगे रहना होगा’
प्रो. टीजी सीतारम ने 2024-26 के पीजीडीएम बैच को बधाई दी और शिक्षार्थियों को नए जमाने के कौशल हासिल करने और खुद को लगातार उन्नत और पुन: कुशल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा- “हम ऐसे युग में रहते हैं, जहां जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और ब्लॉक चेन जैसी विघटनकारी प्रौद्योगिकियों का बोलबाला है। छात्रों को नए प्रतिमान को अपनाना होगा। ज्ञान प्राप्त करना होगा। सीखने की अवस्था में आगे रहना होगा। भारत का एक विकसित राष्ट्र के रूप में उभरना काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि हम भविष्य में उच्च शिक्षा का विकास कैसे करते हैं।“
वैश्विक मैक्रो रूझानों पर हुई चर्चा
सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष शिशिर जैपुरिया ने छात्रों को व्यापक परिप्रेक्ष्य से अवगत कराने के लिए वैश्विक मैक्रो रुझानों पर चर्चा की। उन्होंने कहा- ”दुनिया आज एक ग्लोबल विलेज बन गई है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के माध्यम से व्यवसायों में अधिक परस्पर निर्भरता है जो भू-राजनीतिक तनावों के कारण बाधित होती है। जलवायु संकट भी व्यवसायों को टिकाऊ प्रथाओं की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। ऐसे परिदृश्य में, छात्रों के लिए वैश्विक नागरिकता, प्रौद्योगिकी कौशल, रचनात्मकता और नवाचार और पारस्परिक कौशल जैसे कौशल विकसित करना महत्वपूर्ण है।“
छात्रों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम 12 दिनों तक चलेगा। सलाहकार विनोद मल्होत्रा, डॉ. तपन नायक डीन अकादमिक आदि मौजूद रहे।