अहमदाबाद: एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र अंकलेश्वर से एक बार फिर ड्रग्स का काला कारोबार पकड़ा गया है। नशे के खिलाफ केंद्र सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति और ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत दिल्ली पुलिस और गुजरात पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया था। उसमें यह सफलता मिली है। संयुक्त ऑपरेशन में अंकेश्वर से 5,000 करोड़ रुपये की 518 किलोग्राम कोकीन जब्त की गई है। इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 1 अक्टूबर, 2024 को महिपालपुर में तुषार गोयल नाम व्यक्ति के गोदाम पर छापेमारी करके 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना की खेप को जब्त किया था।
कैसे मिला सुराग?
जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और गुजरात पुलिस ने आज 13 अक्टूबर 2024 को गुजरात के अंकलेश्वर में अवकार ड्रग्स लिमिटेड कम्पनी की तलाशी में 518 किलोग्राम कोकेन बरामद की। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 5,000 करोड़ रुपये है। पुलिस की स्पेशल सेल ने 1 अक्टूबर, 2024 महिपालपुर में कोकीन जब्त की थी। इसके बाद जांच के दौरान 10 अक्टूबर 2024 को दिल्ली के रमेश नगर की एक दुकान से लगभग 208 किलो अतिरिक्त कोकेन बरामद हुई।
गुजरात से जुड़े तार
जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आगे और जांच की तो पता चला कि बरामद मादक पदार्थ फार्मा सलूशन सर्विसेज नाम की कम्पनी का था और यह मादक पदार्थ गुजरात के अंकलेश्वर की अवकार ड्रग्स लिमिटेड कम्पनी से आया था। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की गई। इस मामले में अब तक कुल 1,289 किलोग्राम कोकेन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक थाईलैंड की मारिजुआना बरामद हो चुकी है, जिसकी कीमत 13,000 करोड़ रुपये है। गुजरात में इससे पहले सूरत में ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। इसके अलावा कच्छ के मुंद्रा पोर्ट पर भी कई बार ड्रग्स की बरामदगी होती आई है। इतना ही नहीं कच्छ के तटीय इलाकों में सीमा पार से ड्रग्स की खेपें भेजने की मामले में भी पकड़ जा चुके हैं।