पणजी: साइबर फ्रॉड को लेकर गोवा पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। गोवा पुलिस ने बताया है कि बेरोजगार युवाओं को फंसाकर साइबर अपराधी उनसे उनके बैंक अकाउंट किराए पर ले रहे हैं और लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। अपराधी इन युवाओं को हर एक लाख के लेनदेन पर 1,000 रुपये कमीशन देते हैं। पुलिस ने बताया कि हाल ही में एक 21 साल का युवक अपने खाते को किराए पर देकर अतिरिक्त पैसे कमाने के चक्कर में फंस गया। पुलिस ने कहा कि कई बेरोजगार युवक अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए अपने बैंक खाते साइबर अपराधियों को किराए पर दे रहे हैं।
खाता किराए पर देने वाले को 1 हजार कमीशन
साइबर क्राइम के पीआई दीपक पेडनेकर ने बताया कि ये अपराधी अक्सर युवाओं से किसी जान पहचान वाले के जरिए संपर्क करते हैं और उन्हें पैसे का लालच देकर उनका बैंक अकाउंट किराए पर ले लेते हैं। जांच में पता चला है कि धोखेबाज हर एक लाख रुपये के लेनदेन पर खाता किराए पर देने वाले को 1,000 रुपये देते हैं। पेडनेकर ने आगे बताया कि कई बार तो ये अपराधी चेक बुक पर हस्ताक्षर समेत बैंक खाते से जुड़ी सारी जानकारी भी हासिल कर लेते हैं।
किस उम्र के युवा अकाउंट दे रहे किराए पर
पेडनेकर ने कहा कि कई मामलों में धोखेबाज खाताधारकों से उनके खाते में जमा राशि निकालने को भी कहते हैं। एक बार रकम निकल जाने के बाद खाताधारक अपना कमीशन लेता है और बाकी रकम जालसाजों को दे देता है। उन्होंने बताया कि हाल ही में शिवोली के एक व्यक्ति के साथ 45 लाख रुपये की ऑनलाइन ट्रेडिंग धोखाधड़ी हुई। उन्होंने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि 20 से 25 साल के कई युवा अपना बैंक अकाउंट किराए पर दे रहे हैं। इन युवाओं को इस बात की कोई जानकारी नहीं होती है कि उनके खाते में पैसे कौन जमा कर रहा है या कहां से आ रहे हैं?
नकली ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए 2.5 करोड़ रुपये का चूना
पणजी में एक महिला डॉक्टर को शेयर बाजार में निवेश पर अच्छे रिटर्न का लालच देकर 90 लाख रुपये से ज़्यादा की ठगी का शिकार बनाया गया। महिला को सोशल मीडिया लिंक के जरिए लालच दिया गया था और फिर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था। इसी तरह एक ज्वेलर्स को नकली ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए 2.5 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया।
सोशल मीडिया पर एक्टिव लोग बनते हैं निशाना
पुलिस ने बताया कि धोखेबाज आमतौर पर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले लोगों को निशाना बनाते हैं और उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो ऑनलाइन वायरल करने की धमकी देकर पैसे वसूलते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी निजी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ ऑनलाइन शेयर न करें और ऐसी किसी भी घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।