तेहरान: इजरायल के साथ बढ़ते तनाव के बीच ईरान खुद के एक परमाणु संपन्न देश बनाने में लगा है। ईरान इंटरनेशनल मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान अपने गुप्त परमाणु हथियार कार्यक्रम पर प्रयास तेज कर रहा है, जिससे देश परमाणु बम विकसित करने के लिए पहले से कहीं अधिक करीब आ गया है। यह एक ऐसा खतरा है जो दो दशकों से पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है। तीन स्रोतों के मुताबिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ डिफेंसिव इनोवेशन एंड रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (SPND) का पुनर्गठन करके ईरान अपने सीक्रेट न्यूक्लियर प्रोग्राम को आगे बढ़ा रहा है। इसमें मोहम्मद एस्लामी को बरकरार रखा गया है। ईरान परमाणु बम डेटोनेटर के उत्पादन के लिए फिर परीक्षण शुरू करने वाला है।
वर्षों से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने अपनी सालाना रिपोर्ट में लगातार कहा है कि ईरान वर्तमान में परीक्षण योग्य परमाणु उपकरण बनाने के लिए आवश्यक गतिविधियां नहीं कर रहा है। हालांकि जुलाई में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक की 2024 रिपोर्ट में कहा गया कि ईरान ने ऐसी गतिविधियां की हैं जो उसे परमाणु उपकरण बनाने के लिए बेहतर स्थिति में लाती हैं अगर वह ऐसा करना चाहे। नई जानकारी से पता चलता है कि इस्लामिक रिपब्लिक ने परमाणु हथियार बनाने के अपने प्रयासों को तेज कर दिया है, जिसमें हाई लेवल यूरेनिय इनरिचमेंट, न्यूक्लियर डेटोनेटर डिवाइस और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलों का विकास शामिल है।
ईरान ने SPND में किया बड़ा बदलाव
पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के एक महीने से भी कम समय में ईरानी संसद ने SPND को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में औपचारिक रूप देने के लिए विधेयक पारित किया था। मूल रूप से रक्षा मंत्रालय की सहायक कंपनी के रूप में 2010 में स्थापित SPND को इस नए कानून के तहत पुनर्गठित किया गया था। ईरान के सैन्य कार्यक्रम के प्रमुख व्यक्तियों में से एक मोहसिन फाखरीजादेह ने सबसे पहले SPND का नेतृत्व किया था। कथित तौर पर 2020 में तेहरान के पास मोसाद ने फाखरीजादेह की हत्या कर दी। नए कानून ने एसपीएनडी को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान की है, यानी यह राष्ट्रीय लेखा परीक्षा कार्यालय की निगरानी में नहीं आएगा। इसे बजट की जवाबदेही के काम करने की इजाजत होगी।
ईरान बना रहा शुद्ध यूरेनियम
कानून में यह भी कहा गया है कि SPND ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत चलेगी। SPND का पुनर्गठन महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह संगठन को अद्वितीय स्वायत्ता प्रदान करता है। जिससे उसे फखरीजादेह के काम को जारी रखने में मदद मिलेगी। खासकर परमाणु विस्फोटक उपकरणों के उत्पादन में। जॉइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन से अमेरिका के निकलने के बाद ईरान ने यूरेनियम इनरिचमेंट शुद्धता के स्तर को 60 फीसदी तक बढ़ा दिया है। यह परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी शुद्ध यूरेनियम के लेवल के करीब है। वहीं वह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलों का निर्माण कर रहा है।