वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन गुरुवार बीते हफ्ते डोनाल्ड ट्रंप के साथ डिबेट के दौरान बोलते हुए लड़खड़ा गए थे। 81 साल के बाइडन बहस के दौरान कई दफा असहज दिखे थे। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में खराब प्रदर्शन के बाद जो बाइडन के चुनावी दौड़ से हटने की चर्चा शुरू हो गई। 81 साल के बाइडन के लड़खड़ाने से चिंतित डेमोक्रेट्स ही कह रहे हैं कि उनको राष्ट्रपति पद की दौड़ से हट जाना चाहिए। ऐसे में सवाल है कि अगर डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर जो बाइडन चुनाव अभियान को जारी नहीं रखते हैं तो फिर उनकी जगह कैंडिडेट कौन होगा। टीओआई की कई सोर्स के हवाले से की गई रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन के ट्रंप के खिलाफ चुनावी मैदान से हटने की स्थिति में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस उनकी जगह लेने के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार हैं।
रिपोर्ट में में कहा गया है कि अगर कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार नामित किया जाता है तो उनको बाइडन के अभियान के दौरान जुटाए गए धन के साथ ही प्रचार के बुनियादी ढांचे का भी उत्तराधिकार मिलेगा। रॉयटर्स/इप्सोस पोल भी कमला हैरिस का दावा मजबूत करता है। इस पोल में वह ट्रंप से केवल एक प्रतिशत पीछे 42 पीसदी पर थीं। इसका मतलब है वह संख्या के आधार पर बाइडन जितनी ही मजबूत थीं। रॉयटर्स की रिपोर्ट ये भी कहती है कि कई डेमोक्रेटिक रणनीतिकार मानते हैं कि अश्वेत और महिला को उम्मीदवार बनाने से ब्लैक और महिला मतदाताओं में अच्छा संदेश जाएगा।
बाइडन को हटाने की मांग क्यों हो रही है तेज
रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के साथ पहली डिबेट में बाइडन के कमजोर प्रदर्शन से डेमोक्रेट्स के बीच घबराहट देखी जा रहा है। ऐसी चिंताएं जोर पकड़ रही हैं कि बाइडन बढ़ती उम्र की वजह से एक और कार्यकाल के लिए फिट नहीं हैं। ऐसे में कई दूसरे नामों की चर्चा चल रही हैं। इनमें हैरिस के अलावा दूसरे प्रभावशाली डेमोक्रेट्स ने नाम भी रखे हैं। इनमें कैलिफोर्निया से गेविन न्यूसोम, मिशिगन के ग्रेचेन व्हिटमर और पेंसिल्वेनिया के जोश शापिरो के नाम प्रमुख हैं। हालांकिसूत्रों का यह भी मानना है कि कमला हैरिस को दरकिनार करना बहुत मुश्किल होगा। हालांकि कई प्रभावशाली डेमोक्रेट्स की ये भी चिंता है कि अमेरिका ने कभी भी किसी महिला को राष्ट्रपति नहीं चुना है।
कमला हैरिस ने 2020 में अमेरिका की पहली महिला उप राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचा था। कमला हैरिस भारतीय मूल की हैं। कमला की जड़ें तमिलनाडु के तुलासेंद्रापुरम गांव में हैं। डिमेंशिया से जूझ रहे जो बाइडेन अमेरिकी चुनाव से हटते हैं तो भारतीय मूल के लोगों के लिए भी ये बड़ी बात होगी। अमेरिका मीडिया में दावा किया जा रहा है कि बाइडन का मानसिक संतुलन कुछ समय से ठीक नहीं है, वो डिमेंशिया नामक बीमारी से जूझ रहे हैं।