आप गंदा फोटो भेज रहे, लड़की को वीडियो कॉल कर रहे…फोन आते ही हिल गए डॉक्टर साहब, अब जांच कर रही जमुई पुलिस
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Jamui News: खुद को मुंबई पुलिस वाला बताया और कई ऐसी बातों को लेकर धमकी दी कि डॉक्टर साहब डर गए और लुट गए. दरअसल, बिहार के लोगों के साथ लगातार डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं घट रही हैं. इसी कड़ी में जमुई के एमबीबीएस…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- डिजिटल अरेस्ट कर एमबीबीएस डॉक्टर से 15 लाख की हुई ठगी.
- खुद को मुंबई पुलिस वाला बता साइबर अपराधियों ने बनाया शिकार.
- जमुई साइबर थाना में मामला दर्ज, रोज आ रहे साइबर ठगी के केस.
जमुई. इंटरनेट की दुनिया में साइबर ठगी के लगातार मामले सामने आने के बाद पुलिस और सरकार के लोगों को कई तरीके से जागरूक किया जा रहा है कि वे लोग शिकार होने से बचें. लेकिन, अभी भी कई इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं. जहां गांव के अशिक्षित लोगों के अलावा शहर में लिख रहने वाले पढ़े लिखे लोग भी साइबर अपराधी के जाल में फंस कर लाखों गंवा दे रहे हैं. जमुई में इस बार एक एमबीबीएस डॉक्टर जो सरकारी अस्पताल से रिटायर हो चुके हैं, वह साइबर अपराधियों के डिजिटल अरेस्ट के शिकार हो गए. मुंबई पुलिस बनकर साइबर अपराधियों ने इस एमबीबीएस डॉक्टर कैलाश प्रसाद शर्मा से 15 लाख की ठगी कर ली है.
जानकारी के अनुसार, बीते 4 जनवरी को एमबीबीएस डॉक्टर कैलाश प्रसाद शर्मा के मोबाइल पर एक कॉल आया. फोन करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस वाला बताया और कहा कि आपका आधार से जो सिम उपयोग किया जा रहा है, उससे आप लड़की को गंदा फोटो भेज रहे हैं. लड़की को वीडियो कॉल कर रहे हैं. आप अपने बैंक खाते में बहुत अवैध सामान विदेश से मंगवाए रहे हैं, आप मनी लॉन्ड्रिंग का भी काम कर रहे हैं, आपके ऊपर 17 संदिग्ध आपराधिक मामले मुंबई के थानों में दर्ज हैं. आप पर वारंट जारी हो गया है, लेकिन मैं आपको गिरफ्तारी से बचा सकता हूं. जैसे मैं कह रहा हूं उस तरीका से आप कीजिए आप बच जाएंगे.
इसके बाद साइबर अपराधी ने एमबीबीएस डॉक्टर का आधार और एटीएम कार्ड को व्हाट्सएप पर मंगवाया और फिर बोला कि आपके बैंक खाते में जो राशि है उसे आप इस अकाउंट नंबर पर भेज दीजिए. उस पैसे की जांच की जाएगी जांच में अगर आप गलत नही मिले तो आपका पैसा आपके खाते में पुलिस द्वारा जमा कर दिया जाएगा. फिर उसके बाद डॉक्टर ने स्टेट बैंक के एक खाते से 11 लाख रुपया का चेक से RTGS कर फेडरल बैंक के किसी खाता धारक विकास मानता मलूका सारे के खाते में जमा करवाया. फिर दूसरे अकाउंट जो बैंक ऑफ इंडिया का है, उससे चार लाख यूनियन बैंक जोधपुर शाखा के एक खाता धारा हितेश कुमार के खाते में चेक के RTGS के माध्यम से जमा कराया.
पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि 15 लाख रुपया लेने के बाद भी साइबर अपराधी डॉक्टर को लगातार फोन कर रहे हैं, पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि मुझे बार-बार धमकी मिल रही है कि अभी भी आपके अकाउंट में और भी पैसा जमा है, उसे भेजिए नहीं तो ED, CBI से रेड हो जाएगी. उसके बाद पीड़ित डॉक्टर ने ऑनलाइन 1930 डायल पर शिकायत कर साइबर सेल को इसकी जानकारी दी है. पीड़ित डॉक्टर ने जमुई साइबर थाना में आवेदन देकर इस मामले में केस दर्ज कराया है. इसके बाद साइबर से मामले की जांच में जुट गई है.
एसपी मदन कुमार आंनद ने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है, जिसके लिए कई तरह के काम किये जा रहे हैं. जरूरी है कि अगर कोई साइबर फ्रॉड का शिकार होता है तो वह बिना देरी किए साइबर सेल को सूचना दें. इस मामले की जांच साइबर सेल कर रही है. जरूरी है कि अगर किसी को साइबर अपराधी अपना शिकार बना रहे हैं तो समय रहते पुलिस के साइबर सेल का ऑनलाइन टॉल फ्री नंबर 1930 पर जरूर शिकायत दर्ज कराएं.
First Published :
January 20, 2025, 12:11 IST