हिंदी न्यूज़न्यूज़इंडिया‘साधु नहीं आवारा था’, IITian बाबा को निकालने पर बोला जूना अखाड़ा, अभय सिंह ने सुनाई अलग कहानी
अभय सिंह का दावा है कि उन्होंने IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उनका कहना है कि विज्ञान और अध्यात्म आपस में जुड़े हुए हैं. सोशल मीडिया पर बाबा की लोकप्रियता बढ़ रही है.
By : एबीपी लाइव डेस्क | Edited By: Gautam Singh | Updated at : 19 Jan 2025 09:46 PM (IST)
महाकुंभ में आए आईआईटीयन बाबा अभय सिंह (फाइल फोटो)
IITian Gorakh Baba: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में चर्चित ‘आईआईटीयन बाबा’ (अभय सिंह) को जूना अखाड़े से निकाल दिया गया है. बाबा का दावा है कि उन्होंने IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और अध्यात्म के मार्ग पर चलने के लिए विज्ञान का रास्ता छोड़ दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने गुरु महंत सोमेश्वर पुरी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. इसके चलते उन्हें जूना अखाड़े के शिविर और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया.
जूना अखाड़े का बयान
जूना अखाड़े के सदस्यों का आरोप है कि अभय सिंह ने अपने गुरु महंत सोमेश्वर पुरी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया. जूना अखाड़े के एक सदस्य ने कहा, “वह हमें बदनाम कर रहे थे. वह एक साधु नहीं, बल्कि एक आवारा व्यक्ति थे.” अखाड़े ने यह भी साफ किया कि अभय सिंह किसी के शिष्य नहीं थे और अखाड़े से उनका कोई औपचारिक संबंध नहीं था.
अभय सिंह का दावा
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अभय सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि जूना अखाड़े के संत उनसे ईर्ष्या करते हैं, क्योंकि उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है. बाबा ने कहा, “वे मेरे खिलाफ अफवाहें फैला रहे हैं. उन्हें डर है कि मैं उनके बारे में कुछ उजागर कर सकता हूं.”
‘आईआईटीयन बाबा’ की प्रतिक्रिया
बाबा ने अखाड़े के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उन्हें बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि अखाड़े के संत उनसे ईर्ष्या कर रहे हैं, क्योंकि उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है. बाबा ने कहा, “वे लोग बकवास कर रहे हैं. उन्हें डर है कि मैं उनके बारे में कुछ उजागर कर सकता हूं.” सोशल मीडिया पर तीन लाख से अधिक फॉलोअर्स वाले अभय सिंह ने दावा किया कि वह गुप्त ध्यान के लिए गए थे.
बचपन का दर्दनाक अनुभव
न्यूज चैनल NDTV को दिए इंटरव्यू में अभय सिंह ने अपने बचपन के संघर्षों और पारिवारिक समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनके माता-पिता के बीच अक्सर झगड़े होते थे, बचपन में हुए घरेलू हिंसा की घटनाओं ने मुझ पर बहुत गहरा असर डाला. उन्होंने बताया कि स्कूल के दिनों में मैं शाम 5 या 6 बजे घर आता था और उनके झगड़ों से बचने के लिए सीधे सो जाता था. मैं आधी रात को उठता था और जब सब कुछ शांत होता था तो अपना दरवाजा बंद करके मैं पढ़ाई करता था.
उन्होंने आगे बताया कि बचपन में अपने माता-पिता को लड़ते हुए देखकर उन्हें बेबसी महसूस होती थी. उन्होंने कहा कि बचपन में समझ नहीं पाता था कि क्या हो रहा है और कैसे इसपे रिएक्ट करें. शादी न करने के सवाल पर उन्होंने कहा, “मैंने सोचा कि विवाह करके बचपन में जो लड़ाई-झगड़े देखे थे, उनका सामना क्यों करूं? अकेले रहना और शांतिपूर्ण जीवन जीना बेहतर है.”
‘आईआईटीयन बाबा’ कौन हैं?
हरियाणा के निवासी अभय सिंह, जिन्हें ‘इंजीनियर बाबा’ भी कहा जाता है, का दावा है कि उन्होंने IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उनका कहना है कि विज्ञान और अध्यात्म एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. बाबा के मुताबिक, “विज्ञान व्यक्ति को भौतिक दुनिया को समझने में मदद करता है, लेकिन इसका गहन अध्ययन अंततः अध्यात्म की ओर ले जाता है.”
Published at : 19 Jan 2025 09:46 PM (IST)
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