पटना: बिहार की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने खुद को बिहार का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया। यह दावा उन्होंने राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक पहले किया, जहां उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की अटकलें थीं। तेज प्रताप ने एक वीडियो के जरिए यह ऐलान किया कि वे सरकार गिराने वाले हैं और अगले सीएम वही बनेंगे।
राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
बता दें कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। इस बैठक में पार्टी के सभी सांसद और विधायक शामिल हो रहे हैं। माना जा रहा था कि लालू यादव इस बैठक में तेजस्वी यादव को कोई बड़ी भूमिका दे सकते हैं। शायद यही वजह है कि तेज प्रताप यादव ने इस बैठक से पहले ही अपनी दावेदारी पेश कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें वे खुद को अगला मुख्यमंत्री बता रहे हैं।
ये CM तो गए… समझिए
तेज प्रताप यादव ने अपने वीडियो में एक फिल्मी डॉयलॉग का इस्तेमाल किया है। वीडियो में वे कहते हैं कि हम सरकार गिराने जा रहे हैं, बहुत जल्दी… ये CM तो गए… समझिए। अगले सीएम आपके सामने बैठे हैं। इस वीडियो के साथ उन्होंने एक संदेश भी लिखा है। उन्होंने लिखा है कि लीडरशिप कोई पद या टाइटल नहीं है, यह एक्शन है। यह योग्यता से अधिक प्रयास के बारे में है। जब आप लगातार प्रयास करते हैं, तभी बदलाव आता है। ज्यादा सपने देखें, ज्यादा सीखें, ज्यादा करें।
दो साल पहले भी शेयर किया था वीडियो
यह पहली बार नहीं है जब तेज प्रताप यादव ने इस तरह का दावा किया है। दो साल पहले भी उन्होंने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें वे साइकिल चलाते हुए दिख रहे थे। उस वीडियो के बैकग्राउंड में एक गाना बज रहा था जिसमें उनके सीएम और पीएम बनने की बात कही गई थी। गाने के बोल थे, “अरे हमरा जनाता बबुआ जीएम होईहें… अरे ना ना इत डीएम होईहें हो… ए ललना हिंद के सितारा इत सीएम होईहें हो… ओहसे ऊपर पीएम होईहें हो…। उस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा था कि रातों-रात सफलता जैसी कोई चीज नहीं होती। आगे बढ़ने के लिए दृढ़ संकल्प और साहस की जरूरत होती है।
बिहार की राजनीति में उबाल
तेज प्रताप के इस नए वीडियो से बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है। एक तरफ उनके पिता लालू यादव तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ तेज प्रताप अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि राजद इस स्थिति को कैसे संभालती है। क्या पार्टी तेज प्रताप के दावे को गंभीरता से लेगी या इसे उनकी निजी महत्वाकांक्षा मात्र समझकर नजरअंदाज कर देगी? कार्यकारिणी की बैठक के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।