गोरखपुर के जिस हुक्का बार में 3 नाबालिक लड़की के साथ गैंगरेप हुआ, उसकी शुरुआत 2018 में अनिरुद्ध ओझा ने की थी। उसने सबसे पहले मोहद्दीपुर में हुक्का बार खोला, लेकिन विरोध के कारण उसे वहां से हटना पड़ा।
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इसके बाद उसने पैडलेगंज में हुक्का बार चलाया और फिर होटल फ्लाई इन में शिफ्ट हो गया। अब शाहपुर के गीता वाटिका के पास स्थित इस होटल और हुक्का बार को सील करने के लिए पुलिस ने जीडीए को रिपोर्ट भेजी है।
बिना लाइसेंस हुक्का बार चलाने पर कार्रवाई होटल में बिना लाइसेंस के हुक्का बार चलाने की रिपोर्ट DM को भी भेजी गई है। साथ ही, पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच के लिए SP सिटी को जिम्मेदारी दी गई है। रिपोर्ट के बाद कुछ पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है।
सोशल मीडिया से लड़कियों को फंसाने का खेल जांच में पता चला है कि हुक्का बार संचालक इंस्टाग्राम के जरिए लड़कियों को दोस्ती के जाल में फंसाते हैं। उन्हें शहर बुलाकर किराए का कमरा दिलाते हैं और फिर हुक्का बार में ले जाकर अनैतिक काम करवाते हैं। लड़कियों को पैसों का लालच देकर इस काम के लिए राजी किया जाता है।
गोलघर में तीन साल पहले बंद हुए शेर सिंह के हुक्का बार में भी ऐसी ही गतिविधियां होती थीं। पुलिस अब शेर सिंह और दो अन्य गिरोहों की तलाश कर रही है।
पुलिस की ढिलाई से बढ़े हुक्का बार शहर में गोलघर, गुलरिहा, नौसड़ और शाहपुर जैसे इलाकों में हुक्का बार तेजी से खुले। पुलिस ने कई बार कार्रवाई की, लेकिन केवल हुक्का जब्त कर लौट आई। अब इन पर सख्त कार्रवाई की तैयारी है।
क्या है मामला? दरअसल, शाहपुर में 10 जनवरी को पुलिस ने हुक्का बार पर छापेमारी की, जहां दो किशोरियों को मुक्त कराया गया। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने किशोरियों को हुक्का पिलाकर नशे में धकेल दिया और फिर उनके साथ दुष्कर्म किया। एक किशोरी ने बताया कि उसे पैसे का लालच देकर इस घिनौने धंधे में फंसाया गया था।