टोरंटो: कनाडा के नागरिक चैड इरोस ने एक वीडियो जारी कर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि कई गर्भवती भारतीय महिलाएं खास तौर पर बच्चे को जन्म देने के लिए कनाडा आ रही हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ये महिलाएं कनाडा की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का फायदा उठा रही हैं। इसका इस्तेमाल वे अपने बच्चों के लिए कनाडा की नागरिकता को प्राप्त करने में कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद वे बाद में अपने बच्चे के जरिए पूरे परिवार को कनाडा में लाने का काम करते हैं। उनके इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर नई बहस छिड़ गई है। यह दावा तब किया गया है, जब भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव है।
कनाडाई नागरिक ने क्या कहा?
अपने पोस्ट में, उन्होंने साझा किया कि एक नर्स ने उनके रिश्तेदार को बताया कि प्रसूति वार्ड (मैटर्निटी वार्ड) भारतीय महिलाओं से भरे हुए हैं जो प्रसव के लिए कनाडा आई हैं। इरोस ने स्वीकार किया कि कनाडाई अस्पतालों को सभी रोगियों को समान देखभाल प्रदान करनी चाहिए। हालांकि, उन्हें यह भी लगता है कि भारतीय अप्रवासी महिलाएं कनाडा के प्रसूति वार्डों में कई बिस्तरों पर कब्जा कर रही हैं।
कनाडा में फ्री में बच्चे पैदा करने का लगाया आरोप
उन्होंने एक्स पर लिखा, “नर्स ने मेरी भतीजी से कहा कि प्रसूति वार्ड में भारतीय महिलाएं भरी हुई हैं जो अपने बच्चे को जन्म देने, कनाडाई नागरिकता के साथ बच्चे को पाने के लिए कनाडा जाती हैं। कनाडाई अस्पताल किसी को भी मना नहीं करेंगे, इसलिए वे इन सभी विदेशी भारतीय महिलाओं को स्वीकार करते हैं, जिससे कई वार्ड भर जाते हैं। बेशक, मुझे यकीन है कि उन्हें जन्म के लिए बिल मिलेगा क्योंकि उनके पास कनाडाई स्वास्थ्य सेवा नहीं है, लेकिन, वे कैसे वसूलेंगे? आप देखिए, वे हमारे स्वास्थ्य सेवा सिस्टम का उपयोग करने के बाद अपने बच्चे के साथ भारत वापस आ जाते हैं। जब उनका भारतीय बच्चा बड़ा हो जाता है तो वे कनाडा के नागरिक के रूप में कनाडा आते हैं, अपने माता-पिता और भाई-बहनों को स्पॉन्सर करते हैं, और पूरे परिवार को साथ लाते हैं। और मैं शर्त लगाने को तैयार हूँ कि यह सब कनाडा के करदाताओं के खर्च पर निःशुल्क होगा।”
सोशल मीडिया में मचा बवाल
इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा कर दिया है। कई लोग इस वीडियो में किए गए दावों का समर्थन कर रहे हैं, तो कई इसके विरोध में हैं और दावे की आलोचना कर रहे हैं। कुछ कनाडाई नागरिकों ने एक अलग ही विचार प्रस्तुत किया है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि भारतीयों पर दोष नहीं लगाया जाना चाहिए। एक यूजर ने कहा कि “जब तक सरकार अनुमति देती है, तब तक कुछ भी अवैध नहीं है। सरकार को प्रतिबंध लगाने की ज़रूरत है।”
यूजर्स ने किए कमेंट्स
एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, “यह सुनकर अजीब लगता है और एक भारतीय नागरिक होने के नाते मैं किसी तरह सहमत हूं। पिछले कई सालों से यही चलन चल रहा है और यह भारत के बारे में नहीं है, मेरा मानना है कि अधिकांश एशियाई देशों में ऐसा ही है। कनाडा की राजनीति इस उलझी हुई व्यवस्था के लिए यहां प्रवेश करती है।” तीसरे ने लिखा, “आपकी चिंता जायज है, लेकिन यह मुद्दा कनाडा की नीतियों में खामियों से उपजा है, किसी एक देश से नहीं। यह एक व्यवस्थागत मुद्दा है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है।”