राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बच्चों में संस्कार और राष्ट्रभाव विकसित करने के उद्देश्य से रविवार को राजधानी लखनऊ के तीन भागों में बाल पथ संचलन आयोजित किया। पूरब, दक्षिण और उत्तर भाग में अलग-अलग मार्गों पर संचलन का आयोजन किया गया।
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तस्वीरों में देखिये बाल पथ संचलन
पूरब भाग
इंद्रानगर के सेंट्रल एकेडमी से शुरू हुआ पथ संचलन ईश्वरधाम और अरविंदो पार्क से होकर वापस सेंट्रल एकेडमी पर समाप्त हुआ। इसमें सह विभाग कार्यवाह पंकज पटवा और भाग प्रचारक कमलेश ने बच्चों को प्रेरित किया।
दक्षिण भाग
दक्षिण लखनऊ में तेलीबाग स्थित विशिष्ट पार्क से संचलन प्रारंभ हुआ, जो शनिमंदिर और तेलीबाग पुलिस चौकी होते हुए विशिष्ट पार्क पर समाप्त हुआ। बाल स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए सह विभाग संघचालक भुवनेश्वर ने बच्चों के माध्यम से देश के उज्जवल भविष्य की कल्पना की।
उत्तर भाग
सरस्वती विद्या मंदिर सेक्टर-क्यू से शुरू हुए संचलन ने स्वाद चौराहे और बेलीगारद होते हुए विद्यालय पर समापन किया। इस दौरान भाग संघचालक डॉ. विश्वजीत ने बालकों के राष्ट्र निर्माण में योगदान पर जोर दिया।
संघ का दृष्टिकोण
सह विभाग कार्यवाह ब्रजेश ने कहा, “बालकों को बाल्यकाल में ही ऐसे संस्कार देने चाहिए, जो उन्हें देश और समाज सेवा के लिए प्रेरित करें। वीर हकीकत राय और गुरु गोविंद सिंह के चार बेटों की तरह प्रेरणादायक उदाहरण बच्चों के सामने रखने चाहिए।” विभाग प्रचारक अनिल ने कहा कि संघ ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में देशप्रेम की भावना का बीजारोपण करता है।
विशेष उपस्थिति
- दक्षिण भाग: भाग प्रचारक अजीत, सह भाग कार्यवाह सिद्धार्थ
- पूरब भाग: सह विभाग कार्यवाह मनुदेव, विद्यार्थी कार्य प्रमुख हर्ष
- उत्तर भाग: सह भाग संघचालक उमेश, विद्यार्थी कार्य प्रमुख आशीष
बालकों में बढ़ता राष्ट्रप्रेम
इस बाल पथ संचलन ने दिखाया कि आरएसएस न केवल बच्चों को प्रेरित कर रहा है, बल्कि उनका मार्गदर्शन कर उन्हें भविष्य का सक्षम नागरिक बना रहा है। जनता ने कार्यक्रम को सराहा और बच्चों की ऊर्जा और अनुशासन की प्रशंसा की।