पुलिस ने दोनों आरोपियों को घटना में इस्तेमाल किए गए हथियार के साथ गिरफ्तार किया है।
अलीगढ़ के बन्नादेवी थाना क्षेत्र के मोहनलाल गौतम जिला महिला अस्पताल में गोली चलाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने अस्पताल परिसर के अंदर कई राउंड फायरिंग की थी और मौके से फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।
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देर रात पुलिस को सुरक्षा विहार तिराहे के पास गश्त कर रही थी। इस दौरान एसआर्इ योगेंद्र सिंह को दो संदिग्ध व्यक्ति नजर आए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो आरोपियों ने रुकने के बजाय पुलिस कर्मियों को गोली मारने की बात कही। जिसके बाद पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी करके आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
महिला अस्पताल में चलाई थी गोलियां
आरोपियों ने महिला अस्पताल के अंदर फायरिंग की थी। उन पर कर्मचारियों को जान से मारने का प्रयास करने के आरोप लगे थे। महिला अस्पताल के सुरक्षा कर्मी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। पीड़ित गार्ड नरेंद्र कुमार ने पुलिस को बताया कि वह 14 नवंबर को वह ड्यूटी पर था।
तभी रात 10:30 बजे एक महिला नवजात बच्ची को लेकर अस्पताल में इलाज कराने आई थी। उसकी बच्ची को देखने के बाद उसे जिला अस्पताल जाने की बात कही गई थी। उस महिला के साथ आयुष शर्मा पुत्र सत्यप्रकाश, दीसांशु उर्फ देव पुत्र बृजमोहन, आकाश चौहान पुत्र विष्णु चौहान और 3-4 अज्ञात व्यक्ति मौजूद थे।
जिला अस्पताल जाने की बात पर तीनों लड़ने लगे और चिकित्सीय स्टाफ को जान से मारने की धमकी देने लगे। जब गार्ड ने उन्हें रोकना चाहा तो आरोपियों ने अवैध हथियार निकालकर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें गार्ड नरेंद्र सिंह बाल-बाल बचा। गार्ड की तहरीर पर ही बन्नादेवी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।
फरार आरोपियों की तलाश में दबिश जारी
सीओ एसके तोमर ने बताया कि घटना के बाद पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। जिसके बाद 15 नवंबर की सुबह लगभग 5:45 बजे आरोपी सुरक्षा विहार तिराहे के पास देखे गए। जब इन्हें रोकने की कोशिश की गई, तो उन्होंने पुलिस पर गोली चलाने की बात कही। जिसके बाद उन्हें आवश्यक बल प्रयोग कर दबोच लिया गया।
पुलिस ने आरोपी आयुष शर्मा और दीसांशु उर्फ देव को गिरफ्तार किया है। इनके पास से घटना में इस्तेमाल की गई .32 बोर की अवैध पिस्टल, 4 कारतूस और 1 खाली खोखा बरामद किया गया है। कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक पंकज मिश्रा, एसआई योगेंद्र सिंह, एसआई मनीष कुमार, एसआई अमरपाल सिंह, कांस्टेबल जितेंद्र यादव, अंकित कुमार, अर्जुन मलिक और अजय कुमार शामिल रहे।