मुंबई. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर वोटिंग 20 नवंबर को होगी. वहीं अगले 5 साल कौन सरकार चलाएगा यह फैसला 23 नवंबर को हो जाएगा. चुनाव आयोग के तारीखों के ऐलान करते ही राजनीतिक दलों की बैठकों का दौर शुरू हो गया है. महाराष्ट्र में मुकाबला महा विकास अघाड़ी (एमवीए) और महा युति के बीच ही माना जा रहा है. एमवीए में उद्धव ठाकरे की सेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार) और कांग्रेस शामिल हैं. वहीं महायुति गठबंधन में भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल हैं.
महाराष्ट्र का 2024 विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों की सूरत काफी बदल चुकी है. 2019 में, भाजपा ने महाराष्ट्र में 105 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं. अब भाजपा के साथ एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी भी है. महाराष्ट्र में भाजपा हरियाणा जैसे अन्य राज्यों में अपनी सफलताओं को दोहराने की कोशिश करेगी, जहां कांग्रेस की लोकलुभावन ‘फ्री’ वाले चुनावी ऐलान को मात दी. जहां कांग्रेस ने मुफ़्त बिजली और व्यापक स्वास्थ्य सेवा लाभ का वादा किया. वहीं भाजपा ने किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और महिलाओं को प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता जैसी लक्षित कल्याणकारी योजनाओं के साथ जवाब दिया था.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने महाराष्ट्र के चुनाव की तारीखों का ऐलान करते वक्त कहा था कि महाराष्ट्र में कुल 36 जिले हैं, जिनमें 288 निर्वाचन क्षेत्र हैं, जिनमें से 234 सामान्य, एसटी निर्वाचन क्षेत्र 25 और एससी निर्वाचन क्षेत्र 29 हैं. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है. महाराष्ट्र में 9.63 करोड़ मतदाता हैं – 4.97 करोड़ पुरुष और 4.66 करोड़ महिला मतदाता हैं. 1.85 करोड़ युवा मतदाता हैं, जिनमें से 20.93 लाख पहली बार वोट डालेंगे हैं.
चुनाव आयोग ने बताया कि 52,789 स्थानों पर कुल 1,00,186 मतदान केंद्र हैं. आगामी चुनाव में बहुत ज़्यादा नाटकीयता देखने को मिल सकती है, क्योंकि इसमें सेना बनाम सेना, पवार बनाम पवार और कांग्रेस बनाम भाजपा की हमेशा की लड़ाई देखने को मिल सकती है. 2019 में पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से राजनीतिक परिदृश्य नाटकीय रूप से बदल गया है, जिसमें विभाजन और सत्ता परिवर्तन केंद्र में हैं.
FIRST PUBLISHED :
October 18, 2024, 18:25 IST