संदीप तिवारी, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बदलते मौसम के साथ डेंगू और बुखार के मरीजों में इजाफा हो रहा है। अस्पतालों में भी इसका असर साफ दिख रहा है। लखनऊ में इस सीजन में कुल 1130 डेंगू पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। बता दें कि पिछले 14 दिन में 645 डेंगू के मरीज मिले हैं। इसमें सबसे ज्यादा 38 मरीज रविवार को मिले। ऐसे में आने वाले दिनों में हालात और बदहाल होने की आशंका हैं। सबसे जरूरी हैं डेंगू के लक्षण की पहचान करना। समय रहते यदि इलाज शुरू हो जाएगा, तो स्थिति कंट्रोल में रहेगी।
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है ऐसे में डेंगू के लक्षणों की समय पर पहचान और शुरुआती इलाज बेहद जरूरी है, ताकि मरीज की स्थिति नियंत्रण में रहे। उन्होंने बताया कि अगर किसी को पहली बार डेंगू होता है, तो सही इलाज और सतर्कता से मरीज की रिकवरी संभव है। मौजूदा मौसम को देखते हुए अगले 15 दिन डेंगू से बचाव के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं। दीवाली के फेस्टिव सीजन के दौरान विशेष सतर्कता बरतना जरूरी है।
अस्पतालों में डेंगू मरीजों की बढ़ती भीड़
वहीं बलरामपुर अस्पताल के EMO डॉ. सर्वेश सिंह ने बताया कि वर्तमान में अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिससे इलाज के लिए भी कठिनाई हो सकती है। हालांकि, दीवाली के बाद मौसम में ठंडक आने से डेंगू के मामलों में प्राकृतिक रूप से कमी आने की संभावना है। डॉ. सर्वेश ने लोगों से अपील की है कि वे खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतें।
इन इलाकों में सबसे ज्यादा मरीज
लखनऊ में सोमवार को डेंगू के 15 मरीज मिले हैं। इसमें इटौंजा-1, अलीगंज-2, इन्दिरानगर-1, रेड क्रॉस- 2, एन0के0 रोड-1, चन्दरनगर-3, चिनहट-2, मोहनलालगंज-1, टूडियागंज-2 में हैं। वहीं रविवार को आई रिपोर्ट में सबसे ज्यादा मरीज अलीगंज इलाके में मिले। यहां 7 पॉजिटिव केस रिपोर्ट हुए। वहीं, आलमबाग, इंदिरा नगर और सिल्वर जुबली में 6-6 केस और एनके रोड, टुडियागंज, ऐशबाग और गोसाईगंज में 2-2 मरीज मिले थे।