वनमंडल बुरहानपुर की बीट दक्षिण ठाठर के कक्ष-180 से वन विभाग ने मंगलवार दोपहर अतिक्रमण हटवाया। दरअसल इस क्षेत्र में दो दिन पहले 4 लोगों ने एक वनरक्षक के साथ मारपीट की थी। वन विभाग ने निंबोला थाने में इसकी शिकायत करते हुए 4 आरोपियों के खिलाफ पुलिस केस
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वन विभाग बुरहानपुर एसडीओ अजय सागर ने बताया कि वन परिक्षेत्र बुरहानपुर की बीट दक्षिण ठाठर के कक्ष-180 में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। अतिक्रमणकारियों ने यहां लकड़ियों और प्लास्टिक शीट्स का उपयोग करके 20 से अधिक तंबू बनाए थे। साथ ही भेड़ पालन के लिए चेन लिंक फेंसिंग कर लगभग 3 हेक्टेयर भूमि का घेराव किया था। यह अतिक्रमणकारी वन क्षेत्र में भेड़ों की अवैध चराई कर जंगल को नुकसान भी पहुंचा रहे थे। वन अमले ने उन्हें हटाकर वन भूमि खाली कराई। एक मिनी ट्रक ले जाकर चेन लिंक जाली और लकड़ी के खंभे जब्त कर वन अधिनियम के तहत केस भी दर्ज किया गया है।
कार्रवाई में बुरहानपुर रेंजर लक्ष सोलंकी, बोदरली रेंजर विक्रम सुल्या, शाहपुर रेंज संजय मालवीय, असीरगढ़ रेंज तरूण अनिया, नेपानगर रेंजर श्रीराम पांडे सहित 90 से अधिक वनकर्मी शामिल रहे।
अचानक क्यों हुई कार्रवाई? दरअसल बुरहानपुर वन मंडल के कक्ष-169 दक्षिण ठाठर बीट में दो दिन पहले वन रक्षक बीट गार्ड के साथ 4 लोगों ने मारपीट की। वनरक्षक को हाथ, पैर में चोट आई थी। वन विभाग की शिकायत पर निंबोला थाना पुलिस ने 4 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। वनरक्षक राधु ने 8 सितंबर को बीट दक्षिण ठाठर के कक्ष-169 पौधारोपण में सुरक्षा श्रमिक सुरसिंग, सुजात, गुलशेर के साथ गश्त कर रहा था। तब कक्ष में कुछ भेड़ चरते हुए दिखाई दिए। उन्हें भगाने गए तो भेड़ चराने वाले भाग गए। वनरक्षक और सुरक्षा श्रमिकों ने भेड़ों को रोक लिया। थोड़ी देर बाद गारबलड़ी के सोमा पिता मुंजाजी, मीठाराम पिता भीका आए और कहा हमारी भेड़ों को क्यों रोका। वनरक्षक ने कहा कि यहां साल 2022-23 में 40 हेक्टेयर में पौधारोपण किया गया है। इस जगह पर भेड़ चराना सख्त मना है। इसी बात पर सोमा और मीठाराम वनरक्षक को अश्लील शब्द कहने लगे। रोकने पर सोमा ने बाएं हाथ की कोहनी पर लकड़ी के डंडे से मारा।
मीठाराम बाएं जांघ पर डंडे से मारा। जिससे वनरक्षक को चोट आई। इस दौरान वहां मुडा और देवचंद भी आ गए और मारपीट की। मेडिकल रिपोर्ट आने पर वन विभाग की ओर से निंबोला थाने में शिकायत की गई। पुलिस ने चोरों पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट आदि धाराओं में केस दर्ज किया गया। इसके बाद आज वन विभाग की टीम इसी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची और वन भूमि खाली करवाई।