बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की पिकनिक शुरू हो गई है। एक सप्ताह के पिकनिक में हाथियों को आराम दिया जाएगा। हाथियों की पिकनिक को हाथी महोत्सव कहा जाता है। यह आयोजन हर साल गणेश उत्सव के दौरान मनाया जाता है।
.
हाथियों के आराम के साथ हाथियों के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जाएगा। बीटीआर के सभी 15 हाथी पूरी मस्ती करेंगे। साल में सात दिन के लिए हाथियों से काम नहीं लिया जाता है। हाथियों के लिए सात दिनों के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है।

हाथी महोत्सव के दौरान इनसे काम नहीं लिया जाता।
विशेष भोजन की व्यवस्था
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की पिकनिक में हाथियों को मनपसंद भोजन दिया जाता है। गुड, नारियल, अमरुद, गन्ना, केला, सेव और रोटी खिलाई जाती है। भोजन के बाद हाथियों को जंगल में घूमने के लिए छोड़ दिया जाता है।

हाथी महोत्सव के लिए मंगाए गए फल।
नहाने के बाद तैयार करना है दिनचर्या
हाथियों की सात दिन की दिनचर्या बड़ी ही आराम वाली होती है। हाथियों को सुबह सात बजे से नहलाना शुरू कर दिया जाता है। नहाने के बाद तैयार किया जाता है। जिनमें हाथियों को चंदन और पीठ में नाम लिखा जाता है। तेल की मालिश की जाती है।

हाथी महोत्सव के दौरान हाथियों की मालिश करता महावत।
हाथी महोत्सव का उद्देश्य
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन का हाथी महोत्सव का उद्देश्य है कि टाइगर रिजर्व के सभी हाथी एक साथ रहे। हाथियों को आराम मिले। हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण हो सके।

महोत्सव के लिए हाथियों के भोजन के लिए लगाई टेबल।
डॉक्टरों की टीम करती है स्वास्थ्य परीक्षण
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों को नहलाने तैयार करने बाद डॉक्टरों की विशेष टीम हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण करती है। हाथियों के दांत काटे जाते हैं। विशेष टीम हाथियों के और बच्चों की स्वास्थ्य की जांच कर हाथियों के व्यवहार की निगरानी करती है।

हाथियों के लिए रोटी बनाता कर्मचारी।
बांधवगढ टाइगर रिजर्व के हाथियों की जानकारी
- 1-गौतम नर 77 वर्ष का है। 9-3-1978 को कान्हा टाइगर रिजर्व से लाया गया।
- 2-अनारकली मादा 59 वर्ष हथिनी को 1978 में सोनपुर मेला बिहार से लाया गया।
- 3- श्याम नर 40 वर्ष जंगली हाथी है। इसे 21 सितंबर 2018 को सीधी के जंगल से रेस्क्यू कर बांधवगढ़ लाया गया।
- 4-रामा नर 37 वर्ष-यह जंगली हाथी है। इसे 7 अप्रैल 2011 को अनूपपुर के जंगल से बांधवगढ़ रेस्क्यू कर लाया गया
- 5- सुंदरगंज नर 36 वर्ष बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 6- लक्ष्मण नर 26 वर्ष 5 मई 2017 को सीधी के जंगल से बांधवगढ़ रेस्क्यू कर लाया गया।
- 7- अष्टम नर 21 वर्ष बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 8 -बांधवीय मादा 12 वर्ष बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 9- सूर्या नर ,11 वर्ष बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 10-पूनम मादा ,10 वर्ष बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 11-गणेश नर 8 वर्ष बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 12- गायत्री मादा 2 वर्ष बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 13- भरत नर,10 वर्ष -जंगली हाथी है। इसे 2 मार्च 2024 को जय सिंह नगर के जंगल से बांधवगढ़ लाया गया।
- 14- अनारकली का बच्चा 3 माह बांधवगढ़ में जन्म हुआ।
- 15 पूनम का बच्चा 2 माह बांधवगढ़ में जन्म हुआ।

एक-एक किलो की स्पेशल रोटियां हथियों के लिए बनाई गईं।
इनका कहना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा ने बताया कि सभी हाथियों के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है और उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। हमारे सभी हाथी स्वस्थ हैं। और दूसरे टाइगर रिजर्व से फुर्तीले भी हैं।