कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर संभल में आईएमए की बैठक हुई। जहां डॉक्टरों ने कहा कि कल सुबह से 1 दिन के लिए ओपीडी बंद रखेंगे और अगर 72 घंटे में कोई फैसला नहीं आता है तो इमरजेंसी भी बंद कर देंगे और डीएम को ज्ञापन सौपेंगे।
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शुक्रवार की शाम एक बैंकट हॉल में लिए में आईएमए की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनिंग डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर केस की घटना को लेकर बैठक में कल 17 अगस्त को 1 दिन के लिए ओपीडी बंद करने का निर्णय लेते हुए डीएम को ज्ञापन सौंपने की रणनीति बनाई। साथी डॉक्टर ने चेतावनी दी की 72 घंटे में अगर कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो इमरजेंसी को भी बंद कर दिया जाएगा।
इसके पहले गुरुवार की रात को संभाल एवं चंदौसी में इस घटना को लेकर आईएमए के डॉक्टर एवं सामाजिक संगठनों के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर सरकार से न्याय मांगा था और आरोपी को गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग की थी,। जिससे भविष्य में कोई भी ऐसी जघन्य घटना को अंजाम देने के बारे में सोच न सके।
डॉ. संजय वार्ष्णेय ने कहा कि आज हम आईएमए संभल के सभी लोग एकत्र हुए हैं और कलकत्ता में हुए कुकृत के खिलाफ हम सारे संगठित होकर पूरे उत्तर प्रदेश और पूरे भारत में हड़ताल करने जा रहे हैं और अभी ये हड़ताल 1 दिन के लिए है। अगर 72 घंटे में अगर कोई फैसला नहीं होता है तो हम लंबे समय के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे। कल हम ओपीडी बंद कर रहे हैं उसके बाद हम इमरजेंसी बंद करेंगे और सारी मेडिकल सुविधाएं बंद करेंगे।
डॉ. रितु सक्सेना ने कहा कि हमें आईएमए की ओर से जो गाइडलाइंस मिली हैं उसको है फॉलो करेंगे। कल से सिर्फ इमरजेंसी ही देखी जाएंगी और कल सुबह से ओपीडी बंद रहेगी। एसडीएम या डीएम को ज्ञापन देंगे, अगर 72 घंटे में कुछ नहीं होता है तो फिर इमरजेंसी भी बंद की जाएंगी।