जनपद पंचायत नटेरन के अंतर्गत तहसील मुख्यालय के पास 8 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम बेलानारा के ग्रामीण लंबे अरसे से पक्की सड़क की मांग कर रहे हैं। दरअसल एनएच 86 हाईवे विदिशा अशोकनगर मार्ग घटवाई गांव से करीब 2 किलोमीटर दूर करीब 400 लोगों का गांव है जो आज
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बारिश के मौसम में चार माह ग्रामीणों की बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बेलानारा गांव के भाग्य में दो पंचायत को जोड़कर सड़क जाती है, एक किलोमीटर घटवाई पंचायत और 1 किलोमीटर खेराई पंचायत। पंचायत स्तर पर ग्रेवल के रूप में समय-समय पर मुरम कोपरा से रोड की मरम्मत करती रहती हैं, लेकिन निरंतर आवागमन के कारण यह सड़क ज्यादा दिन सही नहीं रहती।
ग्रामीणों ने कई बार दिए आवेदन
सड़क बनाने को लेकर ग्रामीण कई बार चक्का जाम कर चुके हैं। दफ्तरों में आवेदन दे चुके हैं। वहीं, विधानसभा चुनाव के समय में भी ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं दीवारों पर लिखकर प्रशासन को चेताया था, लेकिन अब तक मांग पूरी नहीं हुई।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को दिया था आवेदन
विधानसभा चुनाव के समय प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से ग्रामीणों की मुलाकात हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने रोड की अर्जी लगाई। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने भी ग्रामीणों से प्राप्त आवेदन पर ए प्लस लिखकर मौजूद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के हाथों में दे दिया। उस समय के कलेक्टर ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि साहब ने आपके आवेदन को मुझे ए प्लस लिखकर दे दिया है, बहुत जल्द आपकी पक्की सड़क बनाई जाएगी।
अब तक नहीं बनी सड़क
पूर्व सीएम के आश्वासन के बाद अब तक यहां पर सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। पूर्व सीएम के ए प्लस वाले आवेदन की प्रक्रिया कहां तक दम तोड़ गई, यह फिलहाल किसी को पता नहीं, लेकिन ग्रामीणों की समस्या जस के तस है। वहीं, ग्रामीण हाकम सिंह ने बताया कि सालों से पक्की सड़क की मांग कर रहे हैं, जब पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के आवेदन पर ही कोई कार्यवाही नहीं हुई तो इससे बड़ा दुर्भाग्य हम ग्रामीणों का क्या होगा।
पीडब्ल्यूडी इंजीनियर बोले- हमें आवेदन नहीं मिला
वहीं, मामले को लेकर जब पीडब्ल्यूडी इंजीनियर नटेरन हरिशंकर नामदेव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी तक ऐसा कोई आवेदन तो नहीं आया है। सागर सांसद लता वानखेड़े, कलेक्टर को रिमाइंडर कराना पड़ेगा, अगर फिर भी आवेदन नहीं मिलता है या उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई होगी तो आगे कार्यवाही कराएंगे।