ग्वालियर में एक महिला को बैंक ऑफिसर बनकर ठग ने कॉल किया। महिला की कुछ पॉलिसी के बारे में उसे बताया। इसके बाद ऑफर दिया कि अभी आप जो किस्त जमा करती हैं उस पर एजेंट का कमीशन बनता है। उससे आपको नुकसान हो रहा है। यदि आप चाहें तो बैंक आपको ऑफर दे रही है जि
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इस पर महिला तैयार हो गई। महिला ने पहले वाली पॉलिसी सरेंडर करा कर कैश अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिया। इसके बाद न महिला को कमीशन मिला न ही पैसे वापस आए। पीड़ित महिला बैंक पहुंची तो ठगी का पता लगा। घटना उपनगर मुरार के कृष्णापुरी इलाके की है। पीड़िता ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाना में की है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
शहर के उपनगर मुरार स्थित केदार भवन कृष्णापुरी निवासी 57 वर्षीय गीता गर्ग ने पुलिस को बताया कि कोविड पीरियड़ में उनके पति का देहांत हो गया था। पति के इंश्योरेंस में मिले रुपयों को उन्होंने पीएनबी मैट लाइफ इंश्योरेंस में जमा कराए थे। जिसकी सालाना किस्त वह जमा करा दती थीं। कुछ दिन पहले उनके पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को पीएनबी मैट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का अफसर बताया और उनकी पॉलिसी की जानकारी दी। जिस पर उन्हें उस पर विश्वास हो गया और उसके बाद कॉल करने वाले ने बताया कि उनकी पॉलिसी पर मिलने वाला कमीशन एजेंट के खाते में चला जाता है, जिससे उनको काफी नुकसान होता है। अगर वह चाहे तो यह कमीशन उनके खाते में आ जाएगा, जिससे काफी बचत होगी।
बातों में फंसाकर ऐसे ठगा
ठगाें की बातों में आकर गीता देवी अपनी पुरानी पॉलिसी को बंद करने के लिए तैयार हो गई। इसके बाद पॉलिसी की तीसरी किश्त बताए हुए खाते में जमा करा दी। इसके बाद जीएसटी व अन्य कार्रवाई के नाम पर ठगों ने कुल 4 लाख 51 हजार 736 रुपए जमा करा लिए। इसके बाद जब पैसा महिला के बैंक खाते में नहीं आया तो वह बैंक पहुंची। बैंक पहुंचकर पता किया तो जानकारी मिली कि न तो उनकी तीसरी किस्त जमा हुई है और न ही उनके खाते में पैसा जमा कराया गया है। ठगी का अहसास होते ही पीड़ित महिला साइबर सेल पहुंची और मामले की शिकायत की। साइबर सेल ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना
इस मामले में एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह का कहना है कि इस तरह के कॉल पर लोगों को सावधान रहना चाहिए। कोई भी व्यवहार अनजान लोगों के साथ मोबाइल पर न करें। आप सजग रहेंगे तो ठग आपको शिकार नहीं बना पाएंगे।