ग्रेटर नोएडा: नई दिल्ली के लाजपत नगर में फैब इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संचालक को सोफे पर फैब्रिक उचित क्वॉलिटी की न लगाना महंगा पड़ा है। ग्रेटर नोएडा में रहने वाले एक कर्नल एसके पांडेय ने फ्लैट के लिए सेवन सीटर सोफे पर फैब्रिक बदलने के लिए 20 हजार रुपये दिए थे। कंपनी के कर्मचारियों ने लापरवाही करते हुए चिन्हित फैब्रिक की जगह दूसरी फैब्रिक सोफे में लगा दी। कई बार शिकायत करने के बाद कंपनी ने कोई बदलाव नहीं किया। इस मामले में कर्नल की पत्नी ने जिला उपभोक्ता आयोग में वाद दायर किया। आयोग ने 30 दिन के अंदर सोफे की फैब्रिक बदलकर देने के आदेश दिए। जबकि, पांच-पांच हजार रुपये मानसिक रूप से परेशान होने के देने के आदेश दिए।
ग्रेटर नोएडा के गुरजिंदर विहार में कर्नल एसके पांडेय ने अपने फ्लैट के लिए नई दिल्ली के लाजपत नगर में फैब इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से सेवन सीटर सोफा वर्ष 2022 में 28 नवंबर को एक लाख 32 हजार रुपये का खरीदा था। उस दौरान उनकी पत्नी ने सोफे की फैब्रिक का कलर ऑफ व्हाइट करने के लिए 20 हजार रुपये दिए थे। उन्होंने बताया कि ऐसे में कंपनी के प्रतिनिधि ने सोफे को एक सप्ताह के अंदर नए फैब्रिक के साथ पूरी तरह से फिटिंग करके देने का वादा किया था।
ऐसे में फ्लैट पर कंपनी का प्रतिनिधि कर्मचारियों के साथ फैब्रिक चेंज करने के लिए पहुंचा। फैब्रिक चेंज करने के दौरान एक तीन सीटर सोफा के नीचे वाला जॉइंट टूटा हुआ था। जिसके बाद उनकी पत्नी ने तुरंत कंपनी को मेल करके शिकायत की और तुरंत ही सोफे को बदलने के लिए मांग की। ऐसे में करीब एक सप्ताह के बाद कंपनी की दोबारा से नए सोफा घर भेजा।
आरोप है कि घर भेजे गए सोफे पर उनके द्वारा चयनित फैब्रिक का इस्तेमाल नहीं किया गया था। साथ ही तीनों सोफों में से एक तीन सीटर सोफा दूसरा भेज दिया गया था। जिसके बाद उपभोक्ता ने अपनी समस्याओं को लेकर जिला उपभोक्ता आयोग में वाद दायर कर न्याय के लिए गुहार लगाई। इस मामले में आयोग के अध्यक्ष अनिल कुमार पुंडीर ने कंपनी के मैनेजर को नोटिस जारी कर कोर्ट में बुलाया।
इनकी तरह से सुनवाई के दौरान कोई नहीं पहुंचा। ऐसे में उपभोक्ता की बात को ध्यान से सुनने के बाद कोर्ट ने फैब इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सेवाओं को कमी को देखते हुए मैनेजर को तीस दिन के अंदर नया सोफा देने के आदेश दिए। साथ ही पांच हजार रुपये वाद व्यय और पांच हजार रुपये मानसिक रूप से परेशान होने के लिए देने को आदेश दिए है।