
हाइलाइट्स
आशा किरण में मानसिक रोगी बच्चों को रखा जाता है.क्षमता से दोगुने बच्चे आशा किरण शेल्टर होम में ठहरे हुए थेआशा करिण के CMO ने बच्चों की भुखमरी से मौत का दावा किया.
नई दिल्ली. रोहिणी स्थित मानसिक रोगी बच्चों के लिए बने ‘आशा किरण’ शेल्टर होम में 20 दिन में 14 बच्चों की मौत के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. आशा किरण के सीएमओ डॉक्टर अशोक कुमार का कहना है कि जो डाइट बच्चों को सुझाव दी गई है, वो नहीं दी जा रही थी. बताया गया कि गर्मी की वजह से भी ज्यादा मौते हुई हैं. उन्होंने कहा कि जब बच्चे भुखमरी से मर जाएंगे तो ऐसे में दवाएं कैसे काम करेंगी. राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरमैन रेखा शर्मा ने दावा किया कि शेल्टर होम में फंगस लगा खाना दिया जा रहा था.
रेखा शर्मा ने कहा कि मैं शेल्टर होम के किचन में गई थी. वहां पर पानी का फिल्टर नहीं लगा हुआ था. यहां 250 बच्चों के रहने की व्यवस्था है जबकि कुल 495 बच्चे रह रहे हैं. दावा किया गया कि जिस टॉयलेट को 50 लोगों के लिए बनाया गया है उसका इस्तेमाल 100 बच्चे कर रहे थे. यहां बड़े पैमाने पर लापरवाही बरती गई, जिसके कारण डायरिया से भी मौत हुई है. दावा किया गया कि आशा किरण के केयरटेकर ने दिल्ली सरकार को यहां की खराब स्थिति के बारे में पत्र लिखकर बताया था लेकिन कोई जवाब ही नहीं दिया गया.
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आतिशी ने क्या कहा?
मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. मंत्री ने अपने आदेश में कहा कि मुझे पता चला है, ‘इस साल जनवरी से लेकर अब तक 20 बच्चों की रहस्मय तरीके से मौत हो चुकी है. हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते, इसलिए जांच के आदेश दे रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED :
August 2, 2024, 17:52 IST