अरेरा हिल्स इलाके में रहने वाले 12वीं के छात्र ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। छात्र ने एक रजिस्टर के पेज में सुसाइड नोट लिखा है। इसमें प्रेम में नाकाम होकर खुदकुशी की बात लिखी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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अरेरा हिल्स पुलिस के अनुसार नितेश विश्वकर्मा (17) बिहारी मोहल्ला भीम नगर में रहता था। नितेश के पिता कमलेश विश्वकर्मा कारपेंटरी के ठेकेदार हैं। नितेश की दो बहनें भी हैं। उनका एक नया मकान रातीबड़ में बन रहा है, जहां शुक्रवार को पूरा परिवार गया हुआ था। नितेश घर पर अकेला था।
शाम को पिता ने नितेश को कई बार फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद कमलेश ने अपने साले को इस बारे में बताया। नितेश के मामा जब घर पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि दरवाजा अंदर से बंद है। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया और नितेश को दुपट्टे से लटका हुआ पाया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि नितेश के स्कूल के रजिस्टर के एक पेज पर अंग्रेजी में सुसाइड नोट लिखा मिला है, जिसमें प्रेम-प्रसंग का जिक्र किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गोविंदपुरा में आठवीं की छात्रा ने की फांसी लगाकर खुदकुशी
भोपाल के गोविंदपुरा इलाके में शनिवार शाम को आठवीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गोविंदपुरा पुलिस के मुताबिक प्रियंका घरामी (14) बंगाली मोहल्ला विश्वकर्मा नगर में रहती थी। उसके पिता संजीव घरामी मूर्तिकार हैं और दुर्गा जी और गणेश जी की प्रतिमा बनाने का काम करते हैं। संजीव इन दिनों बनारस में काम के सिलसिले में गए हुए थे। परिवार में संजीव की पत्नी और दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा नौवीं कक्षा में पढ़ता है, जबकि प्रियंका एक सरकारी स्कूल में आठवीं कक्षा की छात्रा थी। शनिवार शाम करीब चार बजे, प्रियंका ने घर के बाहर बने बाथरुम में फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे फंदे से उतारकर एम्स अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और परिजनों ने भी ऐसा कोई कारण नहीं बताया जिससे घटना की वजह पता चल सके। पुलिस का कहना है कि पिता संजीव के बनारस से लौटने पर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। विस्तृत बयान होने के बाद ही आत्महत्या के असल कारणों का खुलासा हो पाएगा।