दिल्ली दंगा : राष्ट्रगान गाने के लिए मजबूर किए व्यक्ति की मौत मामले पर हाई कोर्ट सुनाएगा फैसला
Edited byपंकज सिंह | भाषा 22 Jul 2024, 11:46 pm
दिल्ली दंगों के दौरान राष्ट्रगान और वंदे मातरम गाने के लिए मजबूर करने और पुलिस की पिटाई के बाद जान गंवाने के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट मंगलवार को अपना फैसला सुनाएगा। इस पूरे मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग को लेकर याचिका दायर की गई है। यह याचिका मृतक की मां की ओर से लगाई गई है।
नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट 2020 में राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी हिस्से में हुए दंगों के दौरान कथित तौर पर राष्ट्रगान गाने के लिए मजबूर किए गए 23 वर्षीय व्यक्ति की मौत की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने के अनुरोध पर मंगलवार को अपना फैसला सुनाएगा। न्यायमूर्ति अनूप जयराम भंभानी मृतक फैजान की मां की ओर से दाखिल याचिका पर फैसला सुनाएंगे।
सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में पुलिस कर्मियों द्वारा फैजान को चार अन्य मुस्लिम पुरुषों के साथ कथित तौर पर राष्ट्रगान और वंदे मातरम गाने के लिए मजबूर करते हुए एवं पीटते हुए दिखाया गया है। किस्मतुन ने 2020 में दाखिल याचिका में आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके बेटे के साथ मारपीट की और उसे अवैध रूप से हिरासत में रखा और उसे अति आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित किया। इसकी वजह से रिहाई के बाद उसी साल 26 फरवरी को उसकी मौत हो गई।
संशोधित नागरिकता कानून समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा नियंत्रण से बाहर होने के बाद 24 फरवरी, 2020 को उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इन दंगों में कम से कम 53 लोग मारे गए और लगभग 700 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने 2022 में सीलबंद लिफाफे में अदालत में दाखिल स्थिति रिपोर्ट में कहा था कि दोषी पुलिस कर्मियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है। दिल्ली दंगों से जुड़े कई और मामलों की सुनवाई अभी जारी है। दिल्ली दंगों के दौरान कई मकानों और दुकानों को भी निशाना बनाया गया था।
रेकमेंडेड खबरें
- छतरपुरभूख लगी है… भेष बदलकर पहुंच गए मंत्री, ग्रामीणों की बातें सुन उड़ गए होश
- न भूतो न भविष्यति: अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाली अंबानी की शादी, प्रेम, विरासत और एकता का वो संगम जो न पहले कभी दिखा और ना कभी दिखेगा
- रांचीमुसीबत में हेमंत ने बढ़ाया मदद का हाथ, हिमंता बिस्वा शर्मा बोले-शुक्रिया, कभी नीतीश ने ठुकरा दी थी मोदी की मदद
- बिजनेस न्यूजपाकिस्तान नहीं है चीन, इसलिए चाहिए भारत को ‘ड्रैगन बूस्टर’, सबसे बड़ी जरूरत का कनेक्शन समझिए
- Adv: ऐमजॉन पर अपनी पसंद का लैपटॉप खरीदें, जान लीजिए पूरा ऑफर
- मुजफ्फरपुरबिहार में फिल्म ‘ऐतराज’ की रीयल स्टोरी! बॉस की रोल में पूर्व मंत्री की बहू, 10 लाख में हुई थी डील
- चंडीगढ़क्या चली जाएगी अमृतपाल सिंह की सांसदी? चुनाव को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती, जानें
- साइंस न्यूज़नासा के अंतरिक्ष यान ने मरने से पहले किया था कमाल, शनि के चंद्रमा पर देखा था रहस्यमय नजारा, अब हुआ खुलासा
- भारतअंतरात्मा जाग जाएगी… बजट से ठीक पहले बीजेपी के साथी दलों को ऐसे ‘सुइयां’ चुभो रहा इंडिया गठबंधन
- बरेलीमोहर्रम जुलूस के दौरान बवाल में घायल युवक ने तोड़ा दम, मुख्य आरोपी के घर पर चला बुलडोजर
- फिल्मी खबरेंबाबा बागेश्वर धाम पहुंचे जुबिन नौटियाल, धीरेंद्र शास्त्री की तारीफ करते नहीं थके सिंगर, कहा- उनमें अपनापन है
- कौन बनेगा करोड़पतिKBC 16: ‘जिंदगी है, हर मोड़ पर सवाल पूछेगी’, गेम वही पर नए अंदाज में आ रहे अमिताभ बच्चन, इस दिन से देखिए शो
- टूरिस्ट डेस्टिनेशंसदुनिया के ये 5 देश भारतीयों पर हुए मेहरबान, दे रहे हैं रहने के लिए घर, जल्द कर लें अप्लाई
- न्यूज़CM योगी के नेमप्लेट आदेश पर ‘सुप्रीम कोर्ट’ ने लगाई रोक, खुशी से गदगद हुआ पूरा विपक्ष
- लखनऊनेमप्लेट विवाद पर अखिलेश ने सरकार को लपेटा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हुए गदगद
अगला लेख
Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर