नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के मद्देनजर भोजनालयों के मालिकों के नाम प्रदर्शित करने के मामले में बीजेपी के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने तीखा ट्वीट किया। नकवी ने इस आदेश का परोक्ष हवाला देते हुए गुरुवार को कहा कि आस्था का सम्मान होना चाहिए, पर अस्पृश्यता को संरक्षण नहीं मिलना चाहिए। नकवी ने यह भी कहा कि कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश ‘हड़बड़ी में गड़बड़ी वाली अस्पृश्यता की बीमारी’ को बढ़ावा दे सकते हैं।
नकवी के इस ट्वीट पर जब कुछ लोगों ने उन्हें ‘ट्रोल’ करने का प्रयास किया तो उन्होंने एक और पोस्ट किया। नकवी ने अपनी एक पुरानी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि अरे ट्रोलर टट्टुओं…कांवड यात्रा के सम्मान, श्रद्धा का सर्टिफिकेट कम से कम मुझे तो मत बाटो, मेरा हमेशा मानना है कि “कोई भी आस्था असहिष्णुता, अस्पृश्यता की बन्धक नहीं होनी चाहिए।’ नकवी ने अपनी एक पुरानी तस्वीर भी साझा की जिसमें वह अपने कंधे पर कांवड़ लिए हुए नजर आ रहे हैं।
इससे पहले मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों को अपने मालिकों का नाम प्रदर्शित करने का आदेश दिया , ताकि ‘भ्रम की स्थिति’ से बचा जा सके। विपक्षी दल इस आदेश को समुदाय विशेष के व्यापारियों को निशाना बनाने के प्रयास के तौर पर देख रहे हैं। इससे पहले नकवी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि “जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात। रैदास पूत सब प्रभु के, कोए नहिं जात कुजात।’ इससे पहले विपक्षी दलों ने यूपी सरकार के इस आदेश की आलोचना की।