खेत से दिन- रात आती थी अजीब आवाज, एक साथ जुट गया पूरा गांव, राज खुला तो डर के मारे सन्न रह गए सभी
/
/
/
खेत से दिन- रात आती थी अजीब आवाज, एक साथ जुट गया पूरा गांव, राज खुला तो डर के मारे सन्न रह गए सभी
खेत से दिन- रात आती थी अजीब आवाज, एक साथ जुट गया पूरा गांव, राज खुला तो डर के मारे सन्न रह गए सभी
Wildlife Watcher Hatched King Cobra Eggs: कन्नूर के एक गांव में एक खेत से आ रही दिन-रात आ रही अजीब आवाज ने लोगों को चौंका दिया. जब लोग उस खेत में पहुंचे तो वहां एक विशाल किंग कोबरा सांप को देखकर सन्न रह गए. लोगों ने वन विभाग से किंग कोबरा को पकड़ने को कहा. सूचना मिलने के बाद जब वन विभाग मौके पर पहुंचा तो वहां की हलचल से सतर्क कोबरा गायब हो गया. मगर उस जगह पर वन विभाग को जो कुछ मिला उससे गांव वाले डर के मारे सन्न रह गए. वहां पर किंग कोबरा के अंडे पाए गए थे.
किंग कोबरा के अंडे देख गांव वाले डरे
इन अंडों को देखकर गांव वाले समझ गए कि किंग कोबरा फिर से उस खेत में आ सकता है. इसलिए वे उन अंडों के वहां से हटा दिए जाने की मांग करने लगे. इसके बाद वन विभाग ने इसका एक हल निकाला. उन्होंने वन्यजीव संरक्षण संगठन- मालाबार जागरूकता और वन्यजीव बचाव केंद्र (MARC) के एक सक्रिय सदस्य शाजी बेक्कलम से इसके बारे में मदद मांगी. इसके बाद शाजी बेक्कलम जहरीले सांप के इन अंडों को अपने घर में रखने ही नहीं वरन उनसे कोबरा के बच्चे पैदा करने पर भी राजी हो गए. उन्होंने अपने गांव के घर में कृत्रिम आवास बनाकर 16 किंग कोबरा के बच्चे पैदा किए हैं.
पुराने मछली टैंक का इस्तेमाल
कोबरा के अंडों से बच्चों को बाहर आने के लिए पूरी तरह प्राकृतिक हालात तैयार करने के लिए एक पुराने मछली टैंक का इस्तेमाल किया गया. शाजी ने कहा कि यह पहली बार है कि केरल में कृत्रिम इनक्यूबेटर में किंग कोबरा के अंडे से बच्चे पैदा किए गए हैं. शाजी पिछले 13 वर्षों से वन्यजीव संरक्षण गतिविधियों में लगे हुए हैं. हालांकि, उन्होंने कभी किंग कोबरा के अंडों को सेने का प्रयास नहीं किया. शाजी ने बताया कि उन्होंने पहले अजगर, ओरिएंटल रैट स्नेक आदि के अंडों को सेने में सफलता पाई है.
पत्नी के ऊपर छोड़ा भूखा कोबरा, पति की हरकत की पढ़िए पूरी कहानी
सांपों को एक हफ्ते में जंगल में छोड़ा जाएगा
हालांकि उनका परिवार इस बार डर गया था क्योंकि अंडे एक विषैले साँप के थे. बाद में, उन्होंने स्थिति के अनुकूल खुद को ढाल लिया और वे मेरी अनुपस्थिति में हैचिंग की प्रगति की निगरानी करते थे. शाजी के सामने सबसे बड़ी चुनौती कृत्रिम सेटिंग में तापमान और आर्द्रता को बनाए रखना था. सांप के अंडों को 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान और अधिकतम आर्द्रता की जरूरत होती है. अंडे 20 अप्रैल को पाए गए थे. सांप के अंडों से बच्चे निकलने में आमतौर पर 90 से 110 दिन लगते हैं. अंडे से बच्चे निकलने में 87 दिन लगे. किंग कोबरा सांप में वयस्क सांप जितना ही जहर होता है. इन सांपों को एक हफ्ते के भीतर जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
Tags: Cobra snake, Snake Rescue, Snake rescue operation, Snake rescue team
FIRST PUBLISHED :
July 12, 2024, 11:08 IST