लोकसभा सत्र खत्म होने के बाद कांग्रेस सांसद इमरान मसूद सहारनपुर पहुंचे। इमरान मसूद ने कहा कि आपसी सौहार्द को मजबूत बनाने और सर्वांगीण विकास कराना उनकी पहली प्राथमिकता है। भतीजे हमजा मसूद के संविधान की मजाक बनाने पर उड़ाने के मामले पर वो साथ खड़े दिखाई
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पत्रकारों पर भड़क गए इमरान मसूद
पूर्व जिलाध्यक्ष एवं पीसीसी मेंबर जावेद साबरी के आवास पर सांसद इमरान मसूद पहुंचे। प्रैस कॉन्फ्रैंस कर उन्होंने आपसी सौहार्द को मजबूत बनाने और क्षेत्र के विकास की बात की। भतीजे हमजा मसूद द्वारा संविधान का मजाक बनाने और वीडियो सामने आने पर इमरान मसूद पत्रकारों पर ही भड़क गए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कोई भी बात मेरे से न करें। मेरे से सिर्फ विकास की बात करें।
हाथरस के पीड़ितों को मुआवजा बढ़कर मिले
सांसद इमरान मसूद ने कहा कि हाथरस में जो घटना हुई है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है। मृतकों और घायलों के परिजनों को बढ़ाकर मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि घटना होने के बाद पहला व्यक्ति मैं ही था जो सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचा था। रात में ही वहां पहुंचा था। लाशों का हाल बुरा था। वो बहुत गरीब लोग थे। कुप्रबंधन के कारण ये हादसा हुआ है। मैंने कभी इतनी संख्या में पड़ी हुई लाशें कभी नहीं देखी। कौन दोषी है, के सवाल पर बोले कि ये सरकार को तय करना है। कौन दोषी है?
राहुल गांधी के बयान को गलत परोसा
सांसद राहुल गांधी के बयान हिंदू हिंसक को लेकर इमरान मसूद ने सफाई दी। इमरान बोले कि राहुल गांधी ये कहा था कि हिंदू कभी हिंसक नहीं हो सकता है। हिंदू कभी नफरत नहीं फैला सकता है। आप हिंदू के नाम पर ये नफरत और हिंसा क्यों फैलाने की कोशिश कर रहे हो। इस बयान को उल्टा कर दिया गया है। जो भी बयान संसद में राहुल गांधी ने दिया है, वो रिकॉर्ड में है।
मैंने योगीजी की तारीफ नहीं की
बिजली को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करने के सवाल पर इमरान मसूद ने कहा कि मैंने योगीजी की तारीफ नहीं की थी। मैंने सिर्फ इतना कहा था कि इस भीषण गर्मी में जब ट्रांसफॉर्मरों के ब्लास्ट हो रहे हों। बिजली के कर्मचारी रातभर काम कर रहे थे। मैं भी काम करा रहा था। लोगों को लाइट अच्छी मिल रही थी। मैंने अच्छी लाइट की क्या तारीफ कर दी। आपने योगी आदित्यनाथ से जोड़ दी। इसमें मेरी क्या गलती है? विपक्ष में है तो क्या आलोचना करते रहेंगे।
सड़कों पर नमाज पढ़ा जायज नहीं
सड़क पर नमाज के सवाल पर इमरान मसूद ने कहा कि इस सरकार में क्या हमारे साथ हो रहा है, ये सबको पता है। यदि सरकार ने सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर मना कर दिया है, तो ये जायज नहीं है। वो नमाज कबूल नहीं होगी। क्योंकि सड़क की मालिक सरकार है।