Monday, January 20, 2025
Monday, January 20, 2025
Home हिजबुल्लाह ने हाइफा पर हमला किया तो कुछ नहीं बचेगा, ईरान की धमकी से भारत क्यों टेंशन में?

हिजबुल्लाह ने हाइफा पर हमला किया तो कुछ नहीं बचेगा, ईरान की धमकी से भारत क्यों टेंशन में?

by
0 comment

तेहरान: ईरान ने धमकी दी है कि अगर हिजबुल्लाह ने इजरायल के हाइफा पर हमला किया तो कुछ भी नहीं बचेगा। उसकी यह धमकी हाइफा में इजरायली नौसेनिक अड्डे के ऊपर हिजबुल्लाह के ड्रोन के उड़ान भरने के बाद आई है। हिजबुल्लाह लगातार इजरायल पर ड्रोन और रॉकेट से हमले कर रहा है। इस कारण इजरायल ने हिजबु्ल्लाह के पनाहगाह बने देश लेबनान को युद्ध की धमकी भी दी है। इस बीच ईरान ने धमकी दी है कि इस तरह के किसी भी युद्ध से बंदरगाह शहर हाइफा में भारी तबाही होगी। हालांकि, ईरान की इस धमकी से भारत की टेंशन बढ़ गई है, क्योंकि वर्तमान में हाइफा बंदरगाह के कार्गो टर्मिनल का संचालन भारतीय कंपनी अडानी पोर्ट्स कर रही है।

लेबनान के अल अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान के खिलाफ युद्ध का विस्तार करने की इजरायल की धमकियों ने विपरीत प्रभाव छोड़ा है, क्योंकि इजरायल के राजनीतिक, मीडिया और यहां तक कि सैन्य हलकों में चिंताएं और भय बढ़ रहा है।अखबार ने बताया कि इस तरह के किसी भी युद्ध को इजरायल में “सामूहिक आत्महत्या” बताया है। उनका तर्क है कि इजरायली सेना, जो एक मोर्चे पर जीतने में असमर्थ है, एक ही समय में छह मोर्चों पर कुछ भी नहीं कर सकती है। अखबार ने एक इजरायली रिजर्व जनरल का हवाला देते हुए कहा, जिसने सेना में संसाधनों की भारी कमी की बात कही थी और हिजबुल्लाह के साथ पूर्ण युद्ध छिड़ने पर इजरायल में विपत्ति और विनाश की चेतावनी दी थी।

हाइफा पर तबाही का खतरा

अल अखबार ने हाइफा विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर का भी हवाला दिया, जिन्होंने कहा था, “हिजबुल्लाह के साथ किसी भी युद्ध में बंदरगाह शहर के एक तिहाई घर धराशायी हो जाएंगे, और हजारों मिसाइलें हाइफा से ज्यादा दूर नहीं जाएंगी।” इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली के पूर्व कमांडर ज़्विका हैमोविच ने हिजबुल्लाह की मिसाइल और ड्रोन क्षमताओं पर यही चिंता और आशंकाएं व्यक्त की हैं, उन्होंने कहा कि दुनिया की कई सेनाओं के पास ऐसी क्षमताएं नहीं हैं।

अडानी पोर्ट के पास हाइफा का संचालन

2022 में पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) और इजरायल के गैडोट ग्रुप के एक कन्सॉर्टियम ने हाइफा बंदरगाह के निजीकरण के लिए 1.18 बिलियन अमरीकी डॉलर की भारी भरकम राशि का टेंडर जीता था। कन्सॉर्टियम में अदानी समूह की 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है। हाइफा बंदरगाह पूर्वोत्तर इजरायल में एक प्राकृतिक, संरक्षित खाड़ी में स्थित है। यह इजरायल के तीन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों में से एक है और माल, कार्गो और पर्यटकों के परिवहन को संभालता है। बंदरगाह को आधिकारिक तौर पर 1933 में खोला गया था।

प्रियेश मिश्र

लेखक के बारे में

प्रियेश मिश्र

नवभारत टाइम्स डिजिटल में डिजिटल कंटेंट राइटर। पत्रकारिता में दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, अमर उजाला जैसी संस्थाओं के बाद टाइम्स इंटरनेट तक 5 साल का सफर जो इंदौर से शुरू होकर एनसीआर तक पहुंचा है पर दिल गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर और गोरक्षनाथ की धरती गोरखपुर में बसता है। देश-विदेश, अंतरराष्ट्रीय राजनीति/कूटनीति और रक्षा क्षेत्र में खास रुचि। डिजिटल माध्यम के नए प्रयोगों में दिलचस्पी के साथ सीखने की सतत इच्छा।… और पढ़ें

Leave a Comment

About Us

Welcome to janashakti.news/hi, your trusted source for breaking news, insightful analysis, and captivating stories from around the globe. Whether you’re seeking updates on politics, technology, sports, entertainment, or beyond, we deliver timely and reliable coverage to keep you informed and engaged.

@2024 – All Right Reserved – janashakti.news/hi

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.