नई दिल्ली (UPSC Prelims 2024 Analysis). यूपीएससी परीक्षा दुनियाभर की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल है. हर साल लाखों अभ्यर्थी यूपीएससी परीक्षा देते हैं. 16 जून, रविवार को आयोजित हुई यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 को लेकर देशभर के परीक्षार्थियों में उत्साह और तनाव, दोनों का माहौल था. इस साल की यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा को काफी चुनौतीपूर्ण यानी चैलेंजिंग माना जा रहा है. बता दें कि इसमें कई बदलाव भी नोटिस किए गए.
इस साल की UPSC प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन (GS- 200 Marks) और सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT- 200 Marks) के दो पेपर शामिल थे. परीक्षा के फॉर्मेट में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं था, लेकिन सवालों की कठिनाई का स्तर काफी हाई बताया जा रहा है. राउस आईएएस स्टडी सर्कल (Rau’s IAS Study Circle) के सीईओ अभिषेक गुप्ता ने यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 का एक्सपर्ट एनालिसिस किया है. इससे आप पेपर का स्तर समझ सकते हैं.
यूपीएससी परीक्षा का पैटर्न और प्रश्नों का विश्लेषण
इस साल यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा में सवालों का पैटर्न पिछले सालों से कुछ अलग था. हर साल की तरह इस साल भी यूपीएससी परीक्षा में स्टैटिक (Static) और डायनामिक (Dynamic), दोनों तरह के सवाल पूछे गए थे लेकिन इस बार डायनामिक सवालों का रेशियो पहले से ज्यादा था.
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स्टैटिक वर्सेस डायनामिक कवरेज-
1. स्टैटिक सवाल (Static Questions):
– इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र जैसे विषयों से जुड़े सवाल, जो कि किताबों और नोट्स में पहले से उपलब्ध जानकारी पर आधारित होते हैं.
– इस बार स्टैटिक सवालों की संख्या कम थी लेकिन जो प्रश्न थे, उन्हें वही लोग सॉल्व कर पाए होंगे, जिन्होंने हर टॉपिक को बहुक गहराई से स्टडी किया होगा.
2. गतिशील/ डायनामिक सवाल (Dynamic Questions):
– समसामयिक घटनाओं, सरकारी नीतियों, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े सवाल.
– कई सवाल ऐसे थे, जो हाल ही की घटनाओं और समाचारों पर आधारित थे. इससे स्पष्ट होता है कि यूपीएससी एस्पिरेंट्स को समसामयिक घटनाओं पर खास ध्यान देना होगा.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
यूपीएससी पेपर को एनालाइज करने वाले एक्सपर्ट की मानें तो सामान्य अध्ययन पेपर I का कठिनाई स्तर मीडियम था. इसमें कई सवाल पूर्वानुमानित विषयों से थे. इस साल कटऑफ 95-100 अंकों के आस-पास जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. यह पिछले साल से ज्यादा है. राउस आईएएस के एकेडमिक हेड जयकृत वत्सल के मुताबिक, इस साल के पेपर में उम्मीदवारों की रटने की आदत के बजाय उनकी समझ की गहराई को एग्जामिन किया गया.
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किसको मिलेंगे कितने नंबर?
जिन अभ्यर्थियों ने अपने बेसिक स्रोतों को अच्छी तरह से कवर किया होगा, उनके लिए राजनीति, इतिहास, भूगोल जैसे विषयों को के सवाल हल करना बहुत आसान रहा. हालांकि, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और करंट अफेयर्स जैसे कुछ सेक्शंस का स्तर कठिन था. जिन उम्मीदवारों ने वैचारिक स्पष्टता पर ध्यान केंद्रित किया और डायनामिक परिवर्तनों के साथ तालमेल बनाकर रखा, उनका रिजल्ट बेहतर रहेगा. कुल मिलाकर एक होशियार और मेहनती स्टूडेंट के लिए यह पेपर आसान था.
यूपीएससी एस्पिरेंट्स ने क्या कहा?
यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा 2024 देने वाले अभ्यर्थियों से जानिए पेपर का एनालिसिस-
अमित कुमार, दिल्ली- इस साल का पेपर थोड़ा कठिन था, खासकर डायनामिक प्रश्नों की संख्या बढ़ने से इसका स्तर ज्यादा कठिन रहा. सामान्य अध्ययन में कई प्रश्न ऐसे थे, जो हाल ही की घटनाओं से जुड़े थे. उन्हें वही लोग सॉल्व कर पाए होंगे, जिन्होंने न्यूज को लगातार फॉलो किया होगा.
स्नेहा शर्मा, मुंबई- पेपर का स्तर पिछले सालों की तुलना में आसान था. स्टैटिक सवाल तो ठीक थे, लेकिन डायनामिक प्रश्नों ने सच में चुनौती दी. मुझे लगता है कि मुझे समसामयिक घटनाओं के अपने ज्ञान को थोड़ा और मजबूत करना होगा.
जीवन सिंह, लखनऊ- मुझे लगता है कि जो उम्मीदवार रोजाना समाचार पत्र और फोकस एवं कंपास मासिक मैगज़ीन पढ़ते हैं, उन्हें फायदा हुआ होगा. इस साल के पेपर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूपीएससी अब केवल किताबों से पढ़ाई करने वालों पर निर्भर नहीं रह सकती.
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Tags: Civil Services Examination, UPSC, Upsc exam
FIRST PUBLISHED :
June 16, 2024, 22:24 IST