क्या मोदी 2.0 सरकार की ‘सबसे बड़ी परेशानी’ को सुलझा देंगे शिवराज? मंत्रालय मिलते ही बुलाई अहम बैठक

नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रमुख अधिकारियों की एक अहम बैठक बुलाई है. उन्होंने सभी को मध्य प्रदेश (एमपी) भवन बुलाया है, जहां कुछ ही देर में बैठक शुरू होने वाली है. यह मीटिंग काफी अहम मानी जा रहा है क्योंकि मोदी 3.0 कैबिनेट में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने के तुरंत बाद उन्होंने यह कदम उठाया है. सूत्रों के मुताबिक़, किसानों से जुड़े अन्य मुद्दों के साथ वे पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर भी अधिकारियों से जानकारी लेंगे.
दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) और किसान मजदूर मोर्चा किसानों द्वारा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं ताकि सरकार पर उनकी मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाया जा सके, जिसमें यह भी शामिल है कि केंद्र को फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देनी चाहिए. किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डटे हुए हैं, जब उनके मार्च को सुरक्षा बलों ने रोक दिया था.
बठिंडा के मूल निवासी 21 वर्षीय शुभकरण सिंह की 21 फरवरी को खनौरी में हुई झड़पों में मौत हो गई थी और 12 पुलिस कर्मी घायल हुए थे. यह घटना तब हुई थी जब कुछ प्रदर्शनकारी किसान बैरिकेड की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे और सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें राज्य की सीमा पार करने और दिल्ली की ओर मार्च करने से रोक दिया.
लोकप्रिय रूप से ‘मामा’ और ‘पांव-पांव वाले भैया’ के रूप में प्रसिद्ध 65 वर्षीय चौहान ने रविवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. यह उनके तीन दशक से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. शासन में उनके व्यापक अनुभव और ग्रामीण आबादी के साथ गहरे जुड़ाव के साथ, केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में चौहान की नियुक्ति से कृषि क्षेत्र और कृषक समुदाय के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने में सरकार के प्रयासों को नई गति मिलने की उम्मीद है.
चौहान, जिन्होंने मेहनत से ‘धरती पुत्र’ की छवि बनाई और मध्य प्रदेश में किसानों, ग्रामीणों, महिलाओं और बच्चों की सामाजिक-आर्थिक चिंताओं के साथ खुद की पहचान बनाई, ने पिछले साल पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद से वंचित होने के बाद अपने आलोचकों को गलत साबित कर दिया. दरकिनार किए जाने के दावों को झुठलाते हुए भाजपा नेता ने विदिशा लोकसभा सीट पर प्रभावशाली जीत हासिल की. उन्होंने छठी बार विदिशा सीट का चुनाव 8.21 लाख वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीता.
Tags: Farmers Protest, Modi cabinet, Shivraj singh chouhan
FIRST PUBLISHED :
June 10, 2024, 20:47 IST