सागर: मध्य प्रदेश सागर में रहस्यमयी परिस्थितियों में अंजना अहिरवार की मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अंजना के परिवार के लोगों से बात की थी। इसके अगले दिन सुबह-सुबह मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव भी पीड़ित परिवार के घर पहुंच गए हैं। उन्होंने पीड़ित के परिजनों से मुलाकात की है। इसके साथ ही घटना में घायल परिवार के घर भी सीएम मोहन यादव मिलने गए हैं। बरोदिया नोनागिर गांव स्थित दोनों परिवार के घर जाकर सीएम ने बात की है। परिजनों से मुलाकात के बाद सीएम मोहन यादव ने बरोदिया नोनागिर गांव में पुलिस चौकी की घोषणा की है।
पीड़ित परिवार को चार लाख रुपए की मुआवजा की घोषणा
दरअसल, इस घटना के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। सीएम मोहन यादव अब डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। कांग्रेस लगातार सागर जिले के इस घटना को हवा दे रही थी। इसके बाद सीएम मोहन यादव ने खुद ही मोर्चा संभाल लिया है। परिजनों से उन्होंने मुलाकात कर राजेंद्र अहिरवार के परिजनों को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। पीड़ित के परिजनों से सीएम के साथ मंत्री डॉ गोविंद सिंह और कद्दावर नेता भूपेंद्र सिंह भी पहुंचे थे। यह घटना पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई की है।
सीएम ने कहा है कि मृतक राजेंद्र अहिरवार के परिवार को कुल 8,25,000 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आधी राशि 4,12,500 बैंक खाते में जमा की जाएगी। शेष राशि चालान प्रस्तुत होने पर दी जाएगी।
घायल के परिजनों से भी मिले सीएम मोहन यादव
इसके साथ ही सीएम मोहन यादव घटना में घायल पप्पू रजक के परिजनों से भी मुलाकात की है। उस परिवार से भी सीएम मोहन यादव ने बात की है। साथ ही उन्होंने परिवार की पूरी बात सुनी है।
परिजनों से मिलने के बाद सीएम मोहन यादव ने कहा कि यह दुख की बात है कि घटना घटी है। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। बार-बार हो रही घटना की वजह से हमने पुलिस चौकी स्थापित करने का फैसला किया है। शोकाकुल परिवार के साथ हूं। हम इस मामले में निष्पक्ष जांच कराएंगे। कांग्रेस से भी कहूंगा कि इस तरह की घटना में राजनीति नहीं करे। हमारी सरकार संवेदनशील है। हम उनको संत्वाना देना है। हम पार्टी नहीं हैं। सभी के साथ खड़े हैं।
अंजना अहिरवार के परिवार के तीन लोगों की मौत
गौरतलब कि सागर जिले के इस गांव में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है। दो दिन पहले रहस्यमय परिस्थितियों में दलित महिला अंजना अहिरवार के परिवार के सदस्यों को समर्थन देने का आश्वासन दिया। अंजना के भाई नितिन की पिछले साल कथित रूप से हत्या कर दी गयी थी। नितिन को पिछले साल अगस्त में कुछ लोगों ने कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला था, जबकि राजेंद्र की शनिवार को एक झड़प में घायल होने के बाद मौत हो गई।
ये था परिवार का आरोप
अंजना अहिरवार ने पिछले अगस्त में मामला दर्ज कराया था कि उसके भाई को उत्पीड़न के एक मामले में समझौता करने का दबाव डालने वाले कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने कहा कि रविवार को सागर में एक एम्बुलेंस से “गिरने” के बाद अंजना मृत्यु हो गई। एम्बुलेंस उसके चाचा राजेंद्र अहिरवार का शव ले जा रही थी। उसके चाचा को शनिवार को कुछ लोगों ने कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला था।