जयपुर. गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं. ट्रेनों और बसों में लोगों की बेहिसाब भीड़ उमड़ रही है. इन छुट्टियों का इस्तेमाल लोग घूमने के लिए करते हैं. उनके घूमने की जगहों में या तो धार्मिक शहर होते हैं या फिर पर्यटन महत्व से जुड़े शहर. लेकिन आपको जानकर ताज्जुब होगा कि जयपुर एयरपोर्ट से इन दोनों प्रकार के शहरों की उड़ानें बंद हैं. जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से रोजाना औसतन 61 फ्लाइट उड़ान भरती हैं. लेकिन छुट्टियों के इस मौसम में जयपुर एयरपोर्ट से बहुत से शहरों के लिए सीधी हवाई सेवा उपलब्ध नहीं है.
इसके लिए हवाई यात्रियों को कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़ने का विकल्प दिया जा रहा है या फिर यात्री को दिल्ली जाकर फ्लाइट पकड़नी होती है. अयोध्या में श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होने के तुरंत बाद 1 फरवरी से जयपुर से अयोध्या के लिए फ्लाइट शुरू की गई थी. लेकिन उसे महज 1 महीने बाद ही बंद कर दिया गया. जयपुर से मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए जम्मू जाने वाले यात्रियों की भी फ्लाइट की भारी डिमांड रहती है. लेकिन इस रूट पर कोई फ्लाइट उपलब्ध नहीं है.
यात्रियों की कमी होती है एयरलाइन कंपनिया बंद कर देती हैं सर्विस
जयपुर से रोज देश के 18 शहरों के लिए संचालित होती हैं. लेकिन ज्यादातर शहर ऐसे हैं जो कमर्शियली वायबल हैं. यानी एयरलाइन ज्यादातर उन्हीं शहरों के लिए फ्लाइट चला रही हैं, जहां उन्हें घाटा नहीं झेलना पड़े. पर्यटन या धार्मिक महत्व के शहरों के लिए कई बार कुछ दिनों के लिए हवाई यात्रियों की कमी हो जाती है. ऐसे में कहीं आर्थिक नुकसान न हो इसके लिए एयरलाइंस इन शहरों के लिए फ्लाइट को बंद कर देता है.
जयपुर से देश के इन 18 शहरों के लिए हवाई सेवा उपलब्ध है
जयपुर से दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे, गोवा, सूरत, उदयपुर, जोधपुर, भोपाल, इंदौर, लखनऊ, चंडीगढ़, देहरादून और बेलगाम के लिए सीधी फ्लाइट्स उपलब्ध है. लेकिन जयपुर से वर्तमान में धार्मिक महत्व वाले कई शहरों के लिए फ्लाइट की दरकार हैं. इनमें काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए वाराणसी, श्रीराम मंदिर के लिए अयोध्या, माता वैष्णो देवी के लिए जम्मू, कामाख्या मंदिर के लिए गुवाहाटी, स्वर्ण मंदिर के लिए अमृतसर और शिरडी सांईबाबा के लिए फ्लाइट की मांग है.
धार्मिक स्थल ले जाने वाली फ्लाइट्स हो चुकी हैं बंद
हालांकि इन शहरों के लिए पहले फ्लाइट संचालित होती थी लेकिन वे एक-एक करके बंद हो गई. इनमें वाराणसी की फ्लाइट SG-3261 डेढ़ साल से बंद है. अयोध्या की फ्लाइट SG-3421 बीते मार्च से बंद है. अमृतसर की फ्लाइट SG-3759 डेढ़ साल से बंद है. वहीं गुवाहाटी की फ्लाइट SG-696 31 मार्च से बंद हो चुकी है. जबकि शिरडी सांई बाबा के लिए मार्च 2019 तक सीधी फ्लाइट थी. लेकिन बीते पांच साल से वह बंद है.
पर्यटन वाले इन शहरों के लिए भी नहीं है सीधी फ्लाइट
हरिद्वार-ऋषिकेश के लिए देहरादून की सीधी फ्लाइट उपलब्ध हैं. इसके अलावा ज्यादातर धार्मिक महत्व के शहरों के लिए सीधी फ्लाइट नहीं हैं. वहीं पर्यटन महत्व के शहरों की बात की जाए तो इनके लिए भी सीधी फ्लाइट्स की कमी है. पर्यटन से जुड़े शहरों के लिए जयपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट संचालित नहीं हो रही है. जयपुर से धर्मशाला की फ्लाइट डेढ़ साल से बंद है. बागडोगरा के लिए 2 साल से फ्लाइट बंद है. शिमला या कुल्लू के लिए भी सीधी फ्लाइट नहीं है.
यात्रियों को दिल्ली का रूख करना पड़ता है
वहीं श्रीनगर, लेह, मदुरई, कोचीन और त्रिवेन्द्रम के लिए भी यात्रियों को दिल्ली का रूख करना पड़ता है. इन सभी शहरों के लिए इस समय फ्लाइट की यात्रियों में सबसे ज्यादा मांग है. लेकिन उनके पास रेल के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि जयपुर जैसे इंटरनेशनल और राजस्थान के सबसे बड़े एयरपोर्ट से यात्रियों को इन शहरों में जाने की सीधी सुविधा ही उपलब्ध नहीं है तो लेवल-2 का एक्रीडेशन मिलने के फायदा क्या है?
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FIRST PUBLISHED :
May 6, 2024, 10:20 IST